डॉ. राघव निरुला की बर्खास्तगी पर IMA हिमाचल सख्त, RDA के समर्थन में खुलकर उतरी

शिमला |
इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGMC) शिमला के रेज़िडेंट डॉक्टर डॉ. राघव निरुला की सेवा समाप्ति के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) हिमाचल प्रदेश ने इस कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे अन्यायपूर्ण बताया है।
IMA हिमाचल प्रदेश ने स्पष्ट किया है कि वह इस पूरे प्रकरण में रेज़िडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA), IGMC शिमला के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। संगठन ने राज्य सरकार से डॉ. राघव निरुला की तत्काल और बिना शर्त बर्खास्तगी रद्द करने की मांग की है।
निष्पक्ष जांच और FIR की मांग
IMA ने मांग की है कि घटना के सभी तथ्यों को सामने लाने के लिए निष्पक्ष और समयबद्ध जांच करवाई जाए। साथ ही, संगठन ने हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ हिमाचल प्रदेश Medicare Service Persons एवं Medicare Service Institutions (Prevention of Violence and Damage to Property) Act, 2017 के तहत FIR दर्ज करने की भी मांग की है।
ड्यूटी पर डॉक्टरों की सुरक्षा सर्वोपरि
IMA ने कहा कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों की सुरक्षा और गरिमा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है। संगठन ने चेताया कि स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इसके लिए सख्त कार्रवाई ज़रूरी है।
हिंसा अस्वीकार्य, लेकिन चयनात्मक कार्रवाई नहीं
IMA हिमाचल प्रदेश ने दो टूक कहा कि किसी भी पक्ष से हिंसा स्वीकार्य नहीं है, लेकिन किसी एक डॉक्टर को बिना कानूनी प्रक्रिया के निशाना बनाना भी अन्याय है। समान रूप से दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद राज्य में डॉक्टर संगठनों में रोष है और आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज़ होने के संकेत मिल रहे हैं।




