असर फॉलोअप : अल्टीमेटम के साथ अभिभावकों को सुपुर्द किए बच्चें
2 वर्ष के बच्चे के साथ पांच नाबालिक बच्चे बुधवार देर रात शिमला में रेस्क्यू किए गए थे

अल्टीमेटम के साथ अभिभावकों को बच्चे सुपुर्द कर दिए गए है।बताया जा रहा है कि कालका से शिमला आने वाली ट्रेन में यह बच्चे बैठे थे और ट्रेन चल पड़ी जिसके बाद यह पांच बच्चे कालका से शिमला पहुंच गए । देर रात जब रेलवे पुलिस गश्त पर थी तो उन्होंने 5 बच्चों को ट्रैक पर देखा जिसके बाद उनका रेस्क्यू करके उन्हे रेस्क्यू सेंटर में ले आए हैं। जिसमें दो छोटे बच्चे भी शामिल है जिसमें एक ही उम्र 2 साल और एक ही 3 साल बताई जा रही है। बच्चों में सबसे बड़ी उम्र की बच्ची ने यह बयान दिए हैं कि उन्हें मालूम नहीं था कि ट्रेन चल पड़ेगी और वह अनजाने में शिमला पहुंच आए।
जिसके बाद दोनों बच्चों को उनके अभिभावकों के हवाले कर दिया गया है जिसमें सीडब्ल्यूसी और पुलिस प्रशासन द्वारा यह साफ निर्देश अभिभावकों को दिए गए हैं कि यदि इस तरह का मामला दोबारा सामने आता है तो अभिभावकों पर कार्रवाई की जाएगी।
गौर हो कि चाइल्ड लाइन द्वारा इस केस में काफी मदद की गई है जिसमे चाइल्डलाइन टीम शिमला से वीरेंद्र कोऑर्डिनेटर, बबीता, ललिता ,अरुण, योगराज सनी शामिल है । इसके साथ संगीता काउंसलर भी शामिल है। सीडब्ल्यूसी अमिता का कहना है कि बच्चों को सौंप दिया गया है और उनके अभिभावकों को भविष्य में ऐसी गलती ना हो इसे लेकर अल्टीमेटम भी दिया गया है।
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शिशु गृह में रखे गए थे बच्चे
कालका में उनके अभिभावकों को ढूंढा गया था लेकिन जब तक उनके अभिभावक शिमला नहीं पहुंचते तब तक उन्हें सुरक्षित आवास में रखा गया था। वहीं छोटे बच्चे शिशु गृह में रखे गए थे।



