मांग: अब पेंशन की गुहार प्रधानमंत्री के द्वार

नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ की राज्य स्तरीय बैठक गूगल मीट के माध्यम से हुई l बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने की । राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर व महासचिव भरत शर्मा ने कहा कि 3 मार्च को शिमला में विशाल धरना कर्मचारियों ने किया, जो कि हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों का आज तक का सबसे बड़ा धरना था l *इसके साथ-साथ 165 किलोमीटर पेंशन पदयात्रा करके संगठन ने पेंशन बहाली के मुद्दे को जन-जन तक पहुंचाया है* जिससे आम जनता पेंशन बहाली के लिए कर्मचारियों का समर्थन कर रही है । प्रदीप ठाकुर ने कहा कि बैठक की राज्य स्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया है कि संगठन के 9 और 10 अप्रैल को हर ब्लॉक की बैठक होगी l 3 अप्रैल से लेकर अभी तक 11 ब्लॉक की बैठक हो चुकी है । 104 ब्लॉक की बैठक इन 2 दिनों में हो जाएगी । उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर भी ग्राम सभा में पेंशन बहाली के मांग को उठाया जा रहा है और सभी पंचायत से प्रस्ताव पास करके महामहिम राष्ट्रपति, महामहिम राज्यपाल, माननीय प्रधानमंत्री तथा माननीय मुख्यमंत्री महोदय को यह ज्ञापन भेजे जा रहे हैं । उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं में पेंशन बहाली की मांग उठना यह दर्शाता है कि प्रदेश की जनता भी अब कर्मचारियों के साथ उठ खड़ी हुई है l उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारी साथियों से सुझाव भी मांगे गए हैं कि संगठन आगे किस तरह के कार्यक्रम को लेकर बड़े । उन्होंने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 30 अप्रैल को *स्वर्गीय सुरेश गौतम को श्रद्धांजलि दी जाएगी और उनकी याद में हर जिला में कार्यक्रम किए जाएंगे* l *स्वर्गीय सुरेश गौतम की याद में 1 मई को प्रदेश स्तरीय रक्तदान शिविर किया जाएगा जिसमें 1000 से अधिक यूनिट रक्तदान का लक्ष्य रखा गया है यह रक्त अर्धसैनिक बलों को भेजा जाएगा* l उन्होंने कहा कि कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सजग है और पेंशन बहाली तक संगठन अपने प्रयास लगातार जारी रखेगा । उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री महोदय और कुछ अन्य राजनेताओं द्वारा कर्मचारियों के चुनाव लड़ने संबंधित में बयान को भी गलत बताया और कहा कि मुख्यमंत्री महोदय को इस तरह के बयान अपने कर्मचारियों को प्रति नहीं देने चाहिए जिससे कर्मचारियों का मनोबल गिरे । कर्मचारी लगातार प्रदेश और देश हित में कार्य करते हैं और जो भी वह मांग रहे हैं वह उनका संविधानिक है । अपने संविधानिक हक को मांगना कोई गुनाह नहीं और अपने हक के लिए लड़ने का मतलब कोई यह ना निकाले कि कर्मचारी राजनीति में जाना चाहते हैं । उन्होंने कहा कि नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ का कोई भी पदाधिकारी किसी भी तरह की राजनीति में नहीं जाएगा और ना ही इस तरह से किसी कर्मचारी नेता का समर्थन करेगा । उन्होंने कहा कि वह इमानदारी से पेंशन बहाली के लिए प्रयास कर रहे हैं और यह प्रयास जरूर सफल होंगे क्योंकि उन्हें विश्वास है कर्मचारियों का सहयोग संगठन को भरपूर मिल रहा है और कर्मचारी अपनी मांग को मनवा कर ही दम लेने वाले हैं । उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि जल्द पेंशन बहाल नहीं होती तो शिमला की तरह बड़े-बड़े और धरने प्रदर्शन भी प्रदेश स्तर पर किए जाएंगे ।




