
हिमाचल में कलाकारों की कमी नहीं है परंतु कुछ कलाकार उभरकर सामने नहीं आ पाते हैं|
ऐसी ही कहानी है एक छोटे से गांव जुडलु, चनावग धामी में रहने वाले चैतन्य गर्ग की चेतन को चित्रकारी करने का बहुत शौक है। .वह एक और अच्छे चित्रकार बनना चाहते हैं|।
चैतन्य इसका श्रेय डॉ अरुण तोमर जो उनके शिक्षक हैं उन्हें भी देना चाहते हैं जो उन्हें चित्रकारी की बारीकियां सिखाते हैं।
चैतन्य का कहना है कि उन्होंने चित्रकारी करना छठी कक्षा से शुरू कि उनका पहला चित्र उन्होंने पढ़ते हुए बच्चे का बनाया था उनका कहना है कि उनका यह शौक उनके गुरु की चित्रकारी से हुआ था।
चेतन्य बीएफए bachelor of fine art कर रहे हैं और बीएफए करने के साथ-साथ अपनी इस कला को भी आगे बढ़ाना चाहते हैं। चैतन्य बहुत मनभावन चित्र बनाते हैं चैतन्य मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखते हैं|
चैतन्य की यह चित्रकारी सराहना के काबिल है।इस तरह के कलाकारों को जरूरत है आगे बढ़ाने की उन्हें प्रोत्साहित करने की इस तरह के युवा कलाकारों को एक अच्छा मंच प्राप्त होना चाहिए तथा उन्हें हिमाचल प्रदेश की तरफ से पूरा सहयोग प्राप्त होना चाहिए यही वह कलाकार है जो हिमाचल प्रदेश के गौरव को चार चांद लगा देंगे|
असर मीडिया से पूजा की खास रिपोर्ट