सम्पादकीय
असर पर बेबाक आवाज़: भाई तुम लोग प्रोफेशनल चालक हो कमर्शियल लाइसेंस होल्डर हो छोटी गाड़ी वाला तो हो सकता है उतना परिपक्व न हो
बेबाक लेखक की कलम से


असर पर बेबाक आवाज़
अकसर ये कई सरकारी चालक थोड़ी उदंडता दिखाते हैं, और एक अक्रामक वेग में रहते हैं और कई बार जानबूझ कर उलझने का और सामने वाले को भड़काने का प्रयास करते हैं ताकि वह अपना आपा खो दे और इन्हें उस कानून जिसके तहत सरकारी कर्मचारी पर ड्यूटी के दौरान हमला करने और काम से रोकने के अनुसार कार्रवाई आम आदमी पर ही हो इसलिए आम जनता से अनुरोध है के पहले इस तरह की प्रजाति वाले चालक से कहें के अपने अड्डा इंचार्ज को फोन करे के मैं अब लड़ाई के मैदान में हुं और ड्यूटी पर नहीं उसके पश्चात् इनकी गर्मी अच्छे से उतारें। कभी टाइम के नाम पर कभी सवारी के नाम पर न जानें क्यों ये हैवान बन जाते हैं भाई तुम लोग प्रोफेशनल चालक हो कमर्शियल लाइसेंस होल्डर हो छोटी गाड़ी वाला तो हो सकता है उतना परिपक्व न हो।

