असर विशेष: यदि हम केवल अपने स्वार्थ के लिए संघर्ष करते हैं तो हम एक बड़े ही घटिया समाज का हिस्सा हैं
असर पर बेबाक आवाज़...

आप सहयोग की गुहार लगा रही हैं मोहतरमा, आप लोग अग्निवीरों के साथ क्यूं खड़े नहीं हुए किसान बागवानों के साथ क्यूं खड़े नहीं हुए। यदि हम केवल अपने स्वार्थ के लिए संघर्ष करते हैं तो हम एक बड़े ही घटिया समाज का हिस्सा हैं । हमारे परिवारों में भी नवयुवक राज्य और सेंटर गवर्नमेंट में कार्यरत हैं जो एनपीएस से संतुष्ट हैं क्योंकी लंबे समय अवधि की सर्विस में एनपीएस ही लाभदायक है और सर्विस के दौरान मृत्य पर तो ops का प्रावधान पहले से ही है। क्यूं आप कुछेक लोग बिना रिसर्च के अपने साथियों को गुमराह कर रहे हो। क्या ops के साथ जो न्यूनतम बीस वर्षों की सर्विस का क्लॉज़ है क्या उससे आप अवगत नहीं। और ठीक है क्या आप पुरानी पेंशन के साथ सरकारी नोकरी के सभी प्रोटोकाल जैसे के सात किलमीटर की परिधि में स्टे, ट्रांसफर नियम के अनुसार कायदे से ट्रान्सफर और सर्वोपरी पोस्टिंग और ट्रान्सफर के लिए बनने वाले सभी तरह के नोट्स जैसे डू नोट डिस्टर्ब आदी को ख़ारिज करने के लिए भी संघर्ष करेगें। और आप लोग अकसर एक दुहाई देते हो के आपका पैसा मार्केट में लग रहा है अगर मार्केट डूब गई तो, मोहत्रमा यदी देश का बाज़ार डूब गया न तो आपको भी खेतों में फ़सल उगानी पड़ेगी क्योंकी बाज़ार का सीधा असर राजकोष पर भी पड़ता है। और बहन एक बात याद रखना यदी आप इतने समृद्ध पे कमीशन और लाइफ टाइम पुरे परिवार के फ्री हेल्थ सर्विसेज के बाद भी सिक्योर नहीं हो पाईं तो पेंशन पुरानी हो या नई कोई फर्क नहीं पड़ता आप सदैव दुखी रहेंगी और अगर बच्चों की चिंता है तो उन्हें भी अपना जीवन स्वयं निर्माण करने दें अच्छे संस्कार दे कर ।