हिमाचल की पहली महिला ट्रक ड्राइवर की हड़ताल समाप्त होने के बाद एसडीएम रूरल, आरटीओ शिमला, ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी और एसपी शिमला से गरमाए गए मसले से बात हुई। जिसमे संबंधित अधिकारीयों ने मामले पर 15दिन में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
गौर हो कि पूनम नेगी निवासी किन्नौर के द्वारा शोघी बैरियर पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की गई थी। यह हड़ताल पिछले लंबे समय से उठाई जा रही अनाधिकृत वोल्वो बसों के चलाए जाने व निजी वाहनों को टैक्सी के रूप में चलाए जाने के विरोध में किया जा रहा था।
गौरतलब है कि पिछले काफी लंबे समय से बाहरी राज्यों से आने वाली निजी वोल्वो बसें हिमाचल प्रदेश में चल रही हैं। समय समय पर इनमें से कई बसों के चालान भी हुए हैं व कई बसों को ब्लैकलिस्ट भी किया जा चुका है। परन्तु इस सब के बावजूद ये बसें अभी तक धडल्ले से चल रही हैं और इस बात को बार सरकार के ध्यान में लाने के बावजूद सरकार के द्वारा कोई कड़ी कार्यवाही इन बसों पर नहीं की गई है। इन बसों के चलने से सरकार को टैक्स भर रहे टैक्सी चालकों व एचआरटीसी को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। वहीं ये वोल्वो बसें गैरकानूनी तरीके से मुनाफा कमाने में लगी हुई हैं। ये सीधे तौर पर सरकार के सभी नियमों को मानने वाले व समय समय पर टैक्स भरने वाले टैक्सी चालकों व प्रदेश की आम जनता के साथ खिलवाड़ है।
गौर हो कि पूनम का कहना है की
पिछले काफी समय से बार-बार सरकार के समक्ष इन बसों पर कार्यवाही की मांग करने के बावजूद जब सरकार के द्वारा कोई उचित कार्यवाही नहीं को गई तो मजबूरन यह भूख हड़ताल का कदम उठाया गया है।
जिस पर अब आगामी कार्रवाई की गई।



