EXCLUSIVE: स्मार्ट सिटी शिमला को आग से बचाने पर बड़ा सवाल “भाग 2”
शिमला की संकरी गलियों में जाने के लिए नहीं छोटी गाडियां
अग्निशमन विभाग के पास पर्याप्त उपकरण ना होने की वजह से कर्मचारियों को हो रही परेशानी….
हिमाचल के जंगलों में आग के साथ-साथ घरों में भी आग लगने की घटनाओं लगातार बढ़ती जा रहे हैं। लेकिन हालात ये है कि जंगलों की आग विभाग के नियंत्रण से बाहर हो रही है। पिछले डेड़ महीने मे जंगल की आग की कई से ज़्यादा घटनाएं हो चुकी है। जिसकी वजह से अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों का काम और भी ज्यादा बढ़ गया है। आग बुझाने के लिए विभाग की तैयारियां पूूरी है उपकरण अधूरे। कर्मचारियों के पास न तो पर्याप्त उपकरण है न ही स्टाफ।
उन्हें एक दिन में बहुत से फोन आग बुझाने के लिए आते हैं परंतु में सभी जगहों पर समय पर नहीं पहुंच पाते हैं इसका कारण पड़ताल में पता किया तो उनके पास 4000 लीटर की आग बुझाने के लिए गाड़ी नहीं है उनके पास दो छोटी गाड़ियां है जिसमें कम पानी आता है जिसकी वजह से उन्हें बहुत परेशानी होती है।
शिमला के संकरे मार्ग
शिमला के संकरे मार्ग है। जिसके करना छोटी गाडियां उक्त स्थानों पर नहीं जा पा रही है। जिसके कारण समय पर पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है।
ट्रैफिक समस्या
ट्रैफिक ज्यादा होने की वजह से वे गाड़ी जल्दी उक्त स्थान पर नहीं पहुंच पाते है जिस स्थान पर आग लगी है , और समय पर ना पहुंचने पर भी कर्मचारियों को भी दोषी ठहराया जाता है।




