एकल प्लास्टिक इस्तेमाल को लेकर हिमाचल में बड़े स्तर पर छापेमारी हुई है। जानकारी के मुताबिक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तहत यह कार्रवाई की जा रही है जिसमें पीसीबी ने अपनी कमर कस ली है और कड़े तौर पर उन संस्थान, इलाकों निरीक्षण किया है जहां पर इसका इस्तेमाल रोक के बाद भी किया जा रहा था ।
जानकारी के मुताबिक एकल प्लास्टिक इस्तेमाल पर पीसीबी के तहत छापेमारी में 190 चालान काटे गए हैं। गौर हो कि यह कार्रवाई 1 जुलाई से शुरू की गई है। इसमें कुछ जगहों की बात की जाय जिसमे 804 इलाकों में छापेमारी की गई है। जिसमें रिटेल और होलसेल की दुकानें शामिल है।
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1,63,000 का फाइन
पीसीबी की बड़ी कार्रवाई में 1,63,000 रुपए की फाइन फीस भी इकट्ठी की गई है।
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35.354 किलोग्राम एकल प्लास्टिक इकठ्ठा किया
35.354 किलोग्राम एकल प्लास्टिक छापेमारी में इकठ्ठा किया गया है। पीसीबी ने इस बाबत काफी गंभीरता से इस छापेमारी को लिया है जिसमे कई किलोग्राम एकल प्लास्टिक गठन किया गया।
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बड़े स्तर पर इस बाबत आयोजित हो चुकी है बैठकें
अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की अध्यक्षता में एकल उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं का उपयोग खत्म करने के दृष्टिगत गठित विशेष टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता पिछले कुछ दिन पहले आयोजित की थी। उन्होंने विभिन्न विभागों तथा जिला उपायुक्तों को एक जुलाई, 2022 से एकल उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं पर लगाए गए प्रतिबंध का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्लास्टिक स्टिक वाले ईयरबड, गुब्बारे में लगी प्लास्टिक स्टिक, आइसक्रीम स्टिक, कैंडी स्टिक, प्लास्टिक के झंडे, सजावट में इस्तेमाल होने वाले पोलिस्ट्रीन (थर्माकोल), कटलरी प्लेट, कप, चाकू, ट्रे, गिलास, फोर्क, स्ट्रॉ इत्यादि एकल उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं का निर्माण, यातायात, भंडारण, वितरण, बिक्री और उपयोग एक जुलाई, 2022 से प्रतिबंधित है। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के अन्तर्गत शहरी विकास और ग्रामीण विकास विभाग को अपने सम्बन्धित क्षेत्रों में कूडे़-कचरे के लिए डम्पिंग साइट तथा सिंगल यूज प्लास्टिक को समाप्त करने के उद्देश्य से प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने हिमकोस्ट को प्रदेश के विभिन्न जिलों में सैटेलाइट के माध्यम से डम्पिंग साइट तथा जल स्रोतों के निकट कचरे से सम्बन्धित स्थानों को चिन्हित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पन्न होने वाले प्लास्टिक अपशिष्ट का समुचित प्रबन्धन किया जाए।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि एकल उपयोग वाले प्लास्टिक उत्पादों से होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए राज्य स्तर पर मुख्य सचिव और जिला स्तर पर उपायुक्त की अध्यक्षता में विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है।
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क्या कहते हैं सदस्य सचिव अपूर्व देवगन
एकल प्लास्टिक इस्तेमाल पर की जा रही छापेमारी को लेकर पीसीबी के सदस्य सचिव अपूर्व देवगन कहते हैं कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए छापेमारी की गई है और लोगों को इस बाबत जागरूक भी किया जा रहा है लोग भी इसके इस्तेमाल को लेकर सतर्क रहें।



