कम्प्यूटर शिक्षक 21साल बाद भी परेशान, बजट में झुनझुना

प्रदेश के 1341कम्प्यूटर शिक्षक सरकार से बहुत नाराज है ।बजट पेश हुआ है परन्तु सरकार ने इनके लिए नीति न बनाकर धोखा दिया है|
प्रदेश के संगठन सचिव राजेश शर्मा ने बताया है कि उनका मजाक बनाया गया है और हमें इस सरकार से ऐसी उम्मीद नहीं थी|
उन्होंने आगे बताया कि सभी कम्पनी की डिप्लोमासि के शिकार है और आम एम्प्लॉयी के लिए इनके पास भरोसा है।हमारे वर्ग के पास अब अपने बच्चो को पढ़ाने का संकट खड़ा है और सभी मानसिक रूप से परेशान है|
हद तब है ज़ब सरकार के मंत्री सिर्फ गुणगान कर रहे है और हक़ीक़त में सभी वर्ग परेशान है, smc, आउटसोर्स,और कम्प्यूटर शिक्षक सरकार से नाराजगी है| राजेश का कहना है कि
मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश अध्यक्ष को बार बार कम्प्यूटर शिक्षकों के बारे में नीति गत फैसला लेने का भरोसा दिया जाता रहा और सरकार ने सब मैनेज करके 5साल निकाल दिए जबकि 1100शिक्षक जो मास्टर डिग्री कि योग्यता रखते है ।हैरानी तब है ज़ब सरकार खुद शिक्षा के क्षेत्र में खुद को एक मॉडल स्टेट बताती है|
आज बजट के बाद हैरान है कि कौन है और किसके तर्को से बजट तैयार किया गया है,
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बुलाई जा रही बैठक
कम्प्यूटर शिक्षकों की एक आगामी, विरोध स्वरुप एक स्टेट मीटिंग जल्दी बुलाई जा रही है वहाँ सबसे पहले 1000/-कि वेतन वृद्वि को छोड़ने का प्रस्ताव रखा जाएगा.




