असर विशेष: त्योहारों की मिठास पर निगरानी — रसगुल्ले से बर्फी तक जांच की जद में
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने अब तक लिए 34 सैंपल, मिलावट पाए जाने पर होगी सख्त कार्रवाई

दीपावली के त्योहार पर जहां बाजारों में मिठाइयों की खुशबू फैली हुई है, वहीं अब इस मिठास पर खाद्य सुरक्षा विभाग की पैनी नजर भी पड़ रही है। त्योहारी सीजन में मिलावट के बढ़ते खतरे को देखते हुए विभाग ने शिमला शहरी क्षेत्र में 34 मिठाइयों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे हैं।

फूड सेफ्टी ऑफिसर डॉ. सुनील शर्मा के नेतृत्व में टीम ने हाल ही में खलिनी, बीसीएस, न्यू शिमला, पंथाघाटी और संजौली क्षेत्रों से 21 नए सैंपल उठाए हैं। इनमें कलाकंद, बर्फी, गुलाब जामुन, रसगुल्ला, मिल्क केक, बेसन लड्डू, छेना मुर्गी और छेना टोस्ट जैसी मिठाइयाँ शामिल हैं।
विभाग ने साफ कहा है कि जांच फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट, 2006 के तहत की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद अगर किसी भी सैंपल में मिलावट पाई जाती है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. सुनील शर्मा, फूड सेफ्टी ऑफिसर, शिमला अर्बन ने कहा —
“त्योहारों की मिठास में मिलावट की कोई जगह नहीं। उपभोक्ता भी खरीदारी करते समय हाइजीन और क्वालिटी पर ध्यान दें। संदिग्ध उत्पाद दिखे तो तुरंत शिकायत करें।


