पेंशनरों ने सरकार को दी चेतावनी – आर्थिक लाभ न मिले तो होगा संघर्ष
पेंशनर्ज संघ का आरोप – महंगाई भत्ता की 5 किस्तें अभी तक लंबित

पेंशनरों ने सरकार को दी चेतावनी – आर्थिक लाभ न मिले तो होगा संघर्ष
हिम-आंचल पेंशनर्ज संघ के प्रदेशाध्यक्ष योग राज शर्मा द्वारा जारी विज्ञप्ति में सरकार द्वारा पेंशनर्ज की चिरकाल से पेंशन संशोधन की वताया राशि का भुगतान न करने , जुलाई, 2023 से महंगाई राहत की तमाम देय सभी किस्तें जारी न करने व पेंशनरों के चिकित्सा बिलों का समय पर भुगतान न हो पाने सरकार की उदासीनता पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया ।
योग राज शर्मा बोले – पेंशनरों के प्रति इतनी अनदेखी किसी सरकार ने नहीं की
प्रदेशाध्यक्ष ने अपने वक्तव्य में कहा कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा स्वतन्त्रता दिवस समारोह में लाखों पेंशनरों व कर्मचरियों को देय महंगाई भत्ता की किस्त व जारी किस्तों का एरियर अदा करने की घोषणा न करके इन्हें हताश व निराश किया है जिससे इनमें सरकारके प्रति भारी रोष है। वर्तमान सरकार से क्या विश्वास किया जाए जिसने हिमाचल दिवस पर जो 3% महंगाई भत्ता प्रदान करने देने की घोषणा की थी जिसे मई में भुगतान करने का आश्वासन दिया गया था परन्तु सरकार आजतक इस वारे चुप्पी साधे हुए है।
सरकार पेंशनरों एवं कर्मचारियों के लाखों रुपए का एरियर वर्षों से दवाए बैठी है । हमारे अनुभव से आजतक पेंशनरों के प्रति इतनी अनदखी वाली सरकार शायद ही सत्ता में रही हो।
कितनी विडम्बना है कि जनवरी, 2016 से जनवरी, 2022 के दौरान सेवानिवृत्त कर्मचरियों को संशोधित ग्रैच्युटी, लीब-एनकैशमैंट व कम्युटेशन की भारी रकम सरकार रोक बैठी है जबकि उसके उपरान्त सेवानिवृत्त कर्मचारी सभी लाभ प्राप्त कर रहे हैं। महंगाई भत्ता की 5 किस्तें देय हो चुकी हैं, चिकित्सा बिलों का भुगतान नहीं हो रहा है। सरकार आर्थिक तंगी का वहाना लगा कर पेंशनरों व कर्मचरियों को अपना वकाया नहीं दिया जा रहा है जबकि जनप्रतिनिधियों व माननीयों के वेतन में लगातार अभूतपूर्व वढौतरी के समय सरकारी खजाना भरपूर हो जाता है।
प्रदेशाध्यक्ष ने सरकार को चताया कि अगर पेंशनरों के आर्थिक लाभ शीघ्र नहीं मिले तो निकट भविष्य में पेंशनर्ज अपनी मांगें मनमाने में संघर्ष का बिगुल बजाने से परहेज नहीं करेंगे जिसके लिए सरकार स्वयं उत्तरदायी होगी।


