शिक्षा

सेंट थॉमस विद्यालय में “नव नभ निर्माण” लाइट एंड साउंड का हुआ आयोजन , विद्यालय की 100 वर्षो की यात्रा को दर्शाया गया

 

दिनांक 2 जून 2025 को सेंट थॉमस विद्यालय , शिमला के प्रांगण में एक भव्य ‘नव नभ निर्माण लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया। यह कार्यक्रम संस्था की यात्रा के 100 गौरवशाली वर्षों के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था।

इस उपलक्ष पर बतौर मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश विधानसभा के माननीय अध्यक्ष श्री कुलदीप सिंह पठानिया थे, जबकि चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया (सीएनआई) के अमृतसर डायोसिस के बिशप, राइट रेवरेंड मनोज चरण ने विशेष अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाई।

इस मंत्रमुग्ध कर देने वाले शो ने सेंट थॉमस के एक स्थानीय चर्च से क्षेत्र के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में से एक में ऐतिहासिक परिवर्तन को कलात्मक रूप से चित्रित किया।

इस लाइट एंड साउंड शो में प्रसिद्ध शिक्षाविद् मिस हेलेन जेरवुड द्वारा स्कूल की स्थापना को खूबसूरती से उजागर किया गया, विद्यालय के 100 वर्षो के गौरवमयी इतिहास की यात्रा को एक कहानी के रूप में दर्शाया गया है और 1912 में एक पैरिश प्राइमरी स्कूल से लेकर वर्तमान समय में सीबीएसई से संबद्ध सह-शिक्षा संस्थान तक।विद्यालय के 100 वर्षो के गौरवमयी इतिहास की यात्रा को एक कहानी के रूप में दर्शाया गया है,कि कैसे यह विद्यालय एक शताब्दी से निरंतर बढ रहा है और नभ की ऊंचाइयों को निरंतर छू रहा है।

कार्य्रकम के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा अपने सम्बोधन में स्कूल की विरासत और विद्यालय के छात्रों में इसके द्वारा डाले गए मूल्यों की प्रशंसा की। उन्होंने यह भी कहा कि प्रकाश और ध्वनि के माध्यम से इस विद्यालय के इतिहास को जिस तरह से प्रस्तुत किया गया है वह अपने आप में सरहानीय है।
अध्यक्ष श्री कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि इस विद्यालय की शुरुआत बालिकाओं को शिक्षा देबे से हुई थी और आज समाज में महिलाएं देश की प्रगति में बढ़चढ़ कर भाग ले रही हैं।
प्रधानाचार्य श्रीमती विधुप्रिया चक्रवर्ती ने सभी गणमान्य व्यक्तियों और अतिथियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्कूल की शताब्दी न केवल इसके अतीत का उत्सव है, बल्कि भविष्य के लिए एक नई प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा, “सेंट थॉमस स्कूल ने हमेशा समावेशिता और समग्र शिक्षा को अपनाया है और हमें नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ने पर गर्व है।
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती विधुप्रिया चक्रवर्ती ने स्कूल के100 वर्ष पुरे होने पर मुख्य अतिथि विधानसभा के माननीय अध्यक्ष श्री कुलदीप सिंह पठानिया और विशेष अतिथि चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया (सीएनआई) के अमृतसर डायोसिस के बिशप, राइट रेवरेंड मनोज चरण का सवागत किया समारोह का हिस्सा बनने के लिए धन्यवाद भी किया।
उनहोंने कहा कि थॉमस विद्यालय के 100 वर्षो के गौरवमयी रहे है और यह विद्यालय सबको साथ लेकर चलता है और भविष्य में भी यह स्कूल नभ की ऊंचाइयों को निरंतर छूता रहेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्कूल की शताब्दी न केवल इसके अतीत का उत्सव है, बल्कि भविष्य के लिए एक नई प्रतिबद्धता हैऔर हमें नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ने पर गर्व है।”

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:जानिए सेंट थॉमस विद्यालय का गौरवमयी इतिहास:-
सेंट थॉमस चर्च की स्थापना 1912 में हुई थी ,उस समय सेंट थॉमस चर्च के परिसर में बालिकाओं के लिए अनौपचारिक रूप से शिक्षा की शुरुआत की गयी गई थी।इस चर्च भवन की आधारशिला भारत के तत्कालीन वाइसरॉय महामहिम राइट हॉनररेबल लॉर्ड हार्डिंग ने 29 जून 1912 को रखी थी।
इस ईमारत के वास्तुकार श्री हर्बर्ट वालर थे जिनके शिल्प कौशल तकनीक के द्वारा इस ईमारत पर विशेष प्रकार के पत्थरों को इस चर्च भवन में लगाया गया था।
सेंट थॉमस स्कूल शुरू में पैरिश प्राइमरी स्कूल के रूप में चलाया गया था और 1924 तक, यह पंजाब शिक्षा बोर्ड के साथ जुड़कर एक पूरी तरह एक हाई स्कूल के रूप में स्थापित हो गया था।
इस स्कूल की संस्थापक प्रिंसिपल प्रसिद्ध शिक्षाविद्, मिस हेलेन जेरवुड थीं।
जब 1971 में हिमाचल प्रदेश को राज्य का दर्जा दिया गया, तो उस समय स्कूल ने हिमाचल प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन के साथ जुड़ गया था। और वर्ष 1974 में स्कूल की स्वर्ण जयंती पर इसे उच्चतर माध्यमिक स्तर तक बढ़ाया गया था। वर्ष 2009 में, स्कूल को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, दिल्ली से मान्यता प्राप्त हुई।
वर्तमान में सेंट थॉमस विद्यालय की प्रधानाचार्यां श्रीमती विधुप्रिया चक्रवर्ती हैं जो वर्ष 2007 से अपनी सेवाएं एवं मार्गदर्शन इस विद्यालय को दे रही हैं।
सेंट थॉमस स्कूल शिमला डायोसिस ऑफ अमृतसर, चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया (सीएनआई) के तहत कार्य करता है और यह सह-शिक्षा-संस्थान के रूप में इस क्षेत्र में मान्यता प्राप्त एक प्रतिष्ठित संस्थान है।
इस कार्यक्रम में सीएनआई अमृतसर डायोसीज के कई गणमान्य व्यक्ति और विभिन्न संस्थानों के प्रमुख मौजूद रहे।
इस शो की पटकथा और निर्देशन श्रीमती नंदिनी बनर्जी ने किया था और लाइट एंड साउंड शो का संचालन शुद्धो बनर्जी ने किया था, यह दोनों ही प्रसिद्ध रंगमंच व्यक्तित्व हैं और इस पूरे लाइट एंड साउंड शो कार्यक्रम का निर्माण सेंट थॉमस स्कूल द्वारा किया गया था।

Deepika Sharma

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