ख़ास ख़बर : पिछले नेशनल अचीवमेंट सर्वे में प्रदेश में शिक्षा के स्तर में गिरावट दर्ज की गई जो कि चिंताजनक
*शिक्षा सरकार की प्राथमिकता, सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कई अहम कदम उठाएः रोहित ठाकुर*

*शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर नेशनल अचीवमेंट सर्वे की तैयारियों की समीक्षा की*
*शिमला*
प्रदेश के स्कूलों में नवंबर माह में नेशनल अचीवमेंट सर्वे होने जा रहा है। इसकी तैयारियों को लेकर आज राज्य सचिवालय में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस) आशीष बुटेल विशेष पर मौजूद रहे। बैठक में समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा, उच्च शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत सिंह, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली, जिलों के उप शिक्षा निदेशकों के अलावा विद्या समीक्षा केंद्र के अधिकारी और समग्र शिक्षा के नोडल अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान समग्र शिक्षा की ओर से इस साल करवाए गए स्टेट लेवल अचीवमेंट सर्वे-2024 की भी प्रेजेंटेशन दी गई। स्टेट अचीवमेंट सर्वे में बच्चों के लर्निंग आउटकम आधारित परिणाम पर चर्चा की गई.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले नेशनल अचीवमेंट सर्वे में प्रदेश में शिक्षा के स्तर में गिरावट दर्ज की गई थी जो कि चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में है। सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के पिछले डेढ सालों में कई अहम कदम उठाए हैं। स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए इनकी भर्तियां की जा रही हैं। नए शिक्षकों की तैनातियां दूर दराज के उन स्कूलों में की जा रही है जहां शिक्षकों की कमी है। सरकार ने स्कूल आफ एक्सीलेंस घोषित किए हैं, वहां पर भी शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने आगामी नेशनल अचीवमेंट सर्वे को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए। उन्होंने समग्र शिक्षा निदेशक, उच्च शिक्षा निदेशक, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक को इसको लेकर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए निदेशालाय स्तर पर एक नोडल अधिकारी नियुक्त के साथ ही जिलों में उप निदेशकों की जिम्मेवारी तय की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी और शिक्षक इसके लिए समपर्ण और दृढ़ निश्चय के साथ काम करें। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस सर्वे में हिमाचल बेहतर प्रदर्शन करेगा।
सीपीएस आशीष बुटेल ने भी बैठक में अधिकारियों को सर्वे को लेकर कुछ अहम निर्देश दिए।
समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में नेशनल अचीवमेंच सर्वे-2021 के अलावा पीजीआई के माध्यम से बच्चों का मूल्यांकन किया गया था। इसमें हिमाचल में स्कूलों में शिक्षा की स्थिति बेहतर नहीं हो पाई थी। हालांकि इसके बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों कों अपने स्तर पर इस तरह के सर्वे करने की छूट दी थी। इसके बाद ही समग्र शिक्षा ने प्रदेश में यह सर्वे करवाया। उन्होंने कहा कि स्टेट अचीवमेंट सर्वे के माध्यम में हम स्कूलों में खामियों को दूर कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि समग्र शिक्षा नवंबर माह मे होने वाले नेशनल अचीवमेंट सर्वे के लिए उच्च शिक्षा और प्रारंभिक शिक्षा अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेगा और इसमें हिमाचल प्रदेश का बेहतर प्रदर्शन होगा। उच्च शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत सिंह, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने भी शिक्षा मंत्री को आश्वस्त किया कि इसके लिए पूरी प्लानिंग के साथ कार्य किया जाएगा।