प्रदेश के 6 जिलो के 116 छात्र आज केरल के लिए रवाना

शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के कार्यक्रम “एक भारतश्रेष्ठ भारत” के तहत समग्र शिक्षा, हिमाचल प्रदेश के अंतरगत 240 विद्यार्थियों को दो चरणों में बाँट कर हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हरी झंडी दिखाकार प्रथम चरण में प्रदेश के 6 जिलो के 116 छात्र–छात्राओं को 20 जनवरी, शनिवार को केरल राज्य केलिए रवाना किया।

इस अवसर पर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा,(हिमाचल प्रदेश) राजेश शर्मा ने ब्यान दिया है कि शैक्षणिक भ्रमणपर शिक्षक एवं विद्यार्थी आदान–प्रदान कार्यक्रम के तहत प्रदेश के शेष 6जिलों– हमीरपुर, ऊना, कांगड़ा, बिलासपुर, मंडी और चंबा के 124छात्र–छात्राओं को दूसरे चरण के तहत आज केरल राज्य के लिए विदा किया गया।
उन्होने कहा कि इस शैक्षणिक भ्रमण से छात्र–छात्रायें केरलराज्य की कला संस्कृति, रीति रिवाज, खानपान, पारंपरिक वेशभूषा,सांस्कृतिक कार्यक्रम, पारस्परिक खेलों, शैक्षणिक गतिविधियों के बारेमें ज्ञानार्जन करेगे।
राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा, श्री राजेश शर्मा जी नेइस बात पर बल दिया है कि इस इस तरह के शैक्षणिक भ्रमण से विद्यार्थियोंके व्यक्तित्व का विकास होगा। उनमें परस्पर बंधुत्व, नैतिक मूल्यों, परस्परसहयोग की भावना, देश के प्रति जिम्मेदारी व स्वामित्व की भावना में वृद्धिहोगी। इस तरह के शैक्षणिक भ्रमण से देश की विविधता में एकता को बढ़ावामिलेगा व राष्ट्रीय एकता का विकास होगा। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक भ्रमणका पूरा खर्चा समग्र शिक्षा, हिमाचल प्रदेश के तहत किया जाएगा और छात्र-छात्राओं के अनुरक्षक (Escort) के लिए विभिन्न जिलों से महिला शिक्षिकाएँ और शिक्षकों को प्रतिनियुक्त किया गया है।
राज्य परियोजना निदेशक (समग्र शिक्षा) ने सभी छात्र-छात्राओं कोअपनी शुभकामनाएं दी और कहा कि अनुशासन का संदेश देते हुए शिक्षाके क्षेत्र में अग्रणी राज्य केरल से शिक्षा व वहाँ की संस्कति, रीति–रिवाजोंको सीख कर आए।
इस तरह के कार्यक्रम से देश की राष्ट्रीय एकता की भावनाओं कोबढ़ावा मिलेगा और एक भारत श्रेष्ठ भारत बनाने का सपना पूरा होगा।



