बिना नियमितीकरण 300 प्रधानाचार्य हो चुके हैं सेवानिवृत्त
हिमाचल प्रदेश प्रधानाचार्य एवं निरीक्षण अधिकारी संघ ने सरकार से मांग की है कि प्रधानाचार्य के नियमितीकरण की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाएआज जारी प्रेस विज्ञप्ति में संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरी शर्मा , उपाध्यक्ष अक्षत ठाकुर, मुश्ताक मोहम्मद ,कार्यालय सचिव अश्वनी ठाकुर महासचिव विजय शर्मा प्रधानाचार्य और ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टीचर आर्गेनाईजेशन के राष्टीय अध्यक्ष अश्वनी कुमार, मनोज धीमान वित्त सचिव, भोला दत्त कश्यप मुख्य संगठन सचिव, मुख्य प्रेस सचिव राम लाल शर्मा , एम एल टेकटा चीफ एडिटर, राकेश शर्मा सरमेट चीफ वेब सचिव , दिनेश ठाकुर रंधीर ठाकुर राजेंद्र चौहान आभा चंदेल , चेयर पर्सन महिला विंग, जिला शिमला अध्यक्ष राजेंद्र वर्मा राम आदि प्रधानाचार्य ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 2017 से लेकर प्रधानाचार्य को नियमित नहीं किया गया है जिसके कारण कि उन्हें प्रधानाचार्य के रूप में प्राप्त होने वाले लाभों से वंचित रहना पड़ रहा है और हर महीने पचीस से तीस हजार नुकसान उठाना पड़ रहा हैं ! उल्लेखनीय है कि 2017 से लेकर प्रधानाचार्य के रूप में होने वाली पदोन्नतिया अस्थाई तौर पर की जाती है। जिसके कारण कि उन्हें प्रधानाचार्य के रूप में किसी भी प्रकार का कोई भी लाभ प्राप्त नहीं होता है जबकि अस्थाई तौर पर होने वाली इन पदोन्नतियो के लिए केवल उसी व्यक्ति को पदोन्नत किया जाता है जो कि पदोन्नत होने के लिए सारी योग्यता रखता हो संघ ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया है कि पिछले तीन वर्ष से लगातार संघ सरकार के समक्ष अधिकारियों के समक्ष इस मामले को रख रहा है परंतु खेद का विषय है कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा भी हरी झंडी प्रदान करने के पश्चात विभागीय अधिकारी किसी न किसी तरह मामले को उलझाने का प्रयास कर रहे हैं संघ ने माननीय मुख्यमंत्री से इस संबंध में हस्तक्षेप कर मामले को सुलझाने का आग्रह किया है उल्लेखनीय है कि विभाग द्वारा हाल ही में प्रधानाचार्य के नियमितीकरण को लेकर प्रपोजल लोक सेवा आयोग को भेजा गया था परंतु उस प्रपोजल में बहुत सारी त्रुटियां होने के कारण उस प्रपोजल को लोक सेवा आयोग ने रद्द कर दिया था संघ ने सरकार से मांग की है कि नियमित होने वाले इन प्रधानाचार्य को छ: ऑक्टूबर को होने वाली मंत्रिमण्डल की बैठक में एकमुश्त छूट देकर नियमित किया जाये!

