शिक्षा

रसोत्सव में रचनात्मकता और संस्कृति का संगम, नौ महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने दिखाया हुनर

मेहनत का कोई विकल्प नहीं – रसोत्सव में विद्यार्थियों को मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना का संदेश

 

राजकीय कन्या महाविद्यालय शिमला में आज एक दिवसीय *अंतर- महाविद्यालय रसोत्सव कार्यक्रम* महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अनुरिता सक्सेना की अध्यक्षता में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
इस आयोजन में कन्या महाविद्यालय सहित 9 महाविद्यालयों के 317 प्रतिभागियों ने विभिन्न शैक्षणिक, सांस्कृतिक व सृजनात्मक प्रतियोगिताओं में उत्साह पूर्वक भाग लिया।आज के इस रसोत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव श्री प्रबोध सक्सेना जी ने शिरकत की। निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा विशिष्ट अतिथि व विशेष अतिथि के रूप में श्री अजय कुमार शर्मा निदेशक एसजेवीएन उपस्थित हुए।
महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. सक्सेना ने मुख्य अतिथि व अन्य सभी अतिथियों का स्वागत किया । उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि *रसोत्सव* जैसे कार्यक्रमों के आयोजन का मकसद यही रहता है कि सभी विद्यार्थियों को उनकी रुचि के अनुरूप अपनी कला प्रदर्शन करने हेतु मंच प्राप्त हो, उनकी सृजनात्मक क्षमता को प्रोत्साहन मिले तथा शिक्षकों के मार्गदर्शन में उनकी कला को निखार कर समाज में उन्हें सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार किया जा सके। हमारा हर संभव ये प्रयास रहता है हर विद्यार्थी की भागीदारी किसी न किसी गतिविधि में सुनिश्चित हो।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री प्रबोध सक्सेना ने अपने संबोधन में कहा कि केवल पाठ्य पुस्तक पढ़ने से ही शिक्षित नहीं हो जाते बल्कि त्याग, इच्छा शक्ति व कड़ी मेहनत कर कर अपने सपनों को पूरा करने के लिए अनुशासित जीवन शैली अपनाएं। आज के समय में बच्चों का ध्यान भटकाने के लिए बहुत से गैजेट उपलब्ध हैं। ये आप पर निर्भर करता है कि आप इस नई टेक्नोलॉजी को अपने जीवन को प्रगति पथ पर ले जाने के लिए प्रयोग करते हैं या इस पर यूं ही समय बर्बाद करते हैं । पर एक बात आप सभी को याद रखनी है कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है। उन्होंने सभी युवाओं को नशे से दूर रहने का आवाहन किया और सभी विद्यार्थियों को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।

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इस अवसर पर कोटशेरा महाविद्यालय के प्राचार्य सहित संजौली, ठियोग,
चायल कोटी, सेंट बीड्स,फाइन आर्ट्स, सोलन व कंडाघाट के प्राचार्य भी शामिल रहे।

भाषण, वाद विवाद, रंगोली, पेंटिंग, शास्त्रीय संगीत व नृत्य लोक नृत्य व नुक्कड़ नाटक आदि 15 विभिन्न शैक्षणिक व सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में निर्णायक मंडल की भूमिका श्री राजा भसीन, सुश्री वीना सूद, श्री हिम चटर्जी, श्री अमित कंवर, डॉ. सुरेंद्र शर्मा, डॉ. हिमानी सक्सेना, श्री विनोद चानना, सुश्री पलक भारद्वाज, डॉ. दिव्या, सुश्री गीता कपूर, सुश्री पूर्णिमा शर्मा और श्री अजय शर्मा ने निभाई।
राजकीय कन्या महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों व छात्राओं ने उत्साह पूर्वक बढ़-चढ़कर इस आयोजन में भाग लिया 

Deepika Sharma

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