बच्चों को पढ़ाने के लिए इस तरह किया जा रहा है मेंटर कैडर क्षमता का विकास

राज्य परियोजना निदेशक, राजेश शर्मा (IFS) के नेतृत्व में समग्र शिक्षा हिमाचल प्रदेश तथा STARS प्रोजेक्ट के संयुक्त तत्वाधान में पांच दिवसीय प्री–प्राइमरी मास्टर ट्रेनर मेंटरिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला, 18 से 22 दिसंबर, 2023 तक कृषि सहकारी कर्मचारी प्रशिक्षणसंस्थान सांगटी, शिमला में अयोजित की गयी है। प्री–प्राइमरी के राज्य समन्वयक, श्री दिलीप वर्मा तथा STARS प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट IPEGlobal Ltd और प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन इस कार्यशाला के समन्वयक व सूत्रधार हैं।
इस प्रशिक्षण कार्यशाला में सभी जिलों के लगभग 60 प्रतिभागी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मेंटर – प्रमुख संसाधन व्यक्ति (Key Resource Person) के तौर पर शामिल हुए। प्री–प्राइमरी के राज्य समन्वयक, दिलीप वर्मा ने कार्यशाला के दोरान यह बताया कि आगामी चरण में इस समूह के सदस्य,जिला स्तर पर होने वाली मेंटरिंग कार्यशालाओं का आयोजन करेंगे व उसमें प्रमुख संसाधन व्यक्ति के रूप में अपनी भूमिका निभाएँगे | प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के फैसिलिटेटर ने कार्यशाला को करवाने में रिसोर्स की भूमिका निभाई।
कार्यशाला में प्रतिभागियों का प्री-प्राइमरी कार्यक्रम के तहत कक्षा नर्सरी (Nursery) और के. जी (K.G) के छात्रों को खेल विधि के माध्यम से पढ़ा रहे शिक्षकों के सहयोग हेतु चयनित मेंटर कैडर का क्षमता विकास किया गया।

कार्यशाला के पहले तीन दिनों में प्री-प्राइमरी बच्चों के साथ पांच विकास आधारित गतिविधियों पर प्रतिभागियों का क्षमता विकास किया गया, तत्पश्चात अगले दो दिनों में मेंटरिंग प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा भी की गई।
विभिन्न स्तरों पर कार्यरत शिक्षा अधिकारियों को प्री-प्राइमरी कार्यक्रम में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना इस कार्यशाला का मुख्य लक्ष्य रहा | इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सूबे में 560 मेंटर्स का एक समूह गठित किया जायेगा जिसमें जिला स्तरीय चयनित प्री-प्राइमरी समन्वयक, बी.ई.ई.ओ. और चयनित केंद्र मुख्य शिक्षक सम्मिलित रहेंगे ।
इस कार्यशाला में निरीक्षक के बजाय मार्गदर्शक की भूमिका निभाने पर बल दिया गया, जिससे शिक्षकों व मेंटर्स के बीच विश्वास पूर्ण वातावरण का निर्माण हो सके व छात्रों के सर्वांगीण विकास से संबधित कौशलों का विकास हो पाए।




