EXCLUSIVE: ये उपाय किया तो सरकारी कर्मचारी भी अपने बच्चे को पढ़ाएंगे सरकारी स्कूल में
सुबह के तीन बजे तक हिमाचल का वो शिक्षक बनाता था ज्वाय लर्निंग वीडियो...
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से पुरस्कृत विजय कुमार ने कुछ इस तरह रखी अपने दिल की बात…
हमेशा से शिक्षा जगत में यह सवाल खड़ा होता रहा है कि आखिर सरकारी कर्मचारी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में क्यों नहीं पड़ते ।
इस बाबत असर न्यूज़ ने शिक्षा क्षेत्र में इस बार राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से पुरस्कृत विजय कुमार से खास बातचीत की। सामने आया कि

यदि सरकारी स्कूलों में भी लर्निंग गैप और जाय ऑफ़ लर्निंग के कॉन्सेप्ट पर काम किया जाता है तो यह परेशानी हिमाचल के स्कूलों में नहीं होगी कि यहां का ग्राफ कम है और सरकारी कर्मचारी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में शिक्षा नहीं देते हैं।

यदि लर्निंग गैप को कम किया जाए और नई तकनीक का इस्तेमाल सरकारी स्कूलों में किया जाए तो सरकारी स्कूलों में बच्चों का ग्राफ तो बढ़ेगा ही इसके साथ सरकारी कर्मचारी भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में डालने के लिए इच्छुक होंगे।
राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड से सम्मानित विजय कुमार ने यह कारनामा करके दिखाया है कि जो सुविधा कॉन्वेंट और निजी स्कूलों में उपलब्ध है वह सेवा सरकारी स्कूल में उपलब्ध करवाई
यदि विजय कुमार जैसे हिमाचल में और शिक्षक भी यह सोच रखें तो यह वह दिन दूर नहीं जब हिमाचल के सरकारी स्कूलों में बच्चों का ग्राफ में तो इजाफा होगा ही लेकिन सरकारी कर्मचारियों का विश्वास भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में शिक्षा देने के लिए बहुत बढ़ेगा।

विजय कुमार ने विदेशी कॉन्सेप्ट के माध्यम से बच्चों को शिक्षित करने की तकनीक को सभी के सामने लाया। विजय कुमार का कहना है कि वह गणित के शिक्षक हैं और गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल मोहतली तहसील इंदौरा और जिला कांगड़ा में 11वीं और 12वीं के बच्चों को गणित की शिक्षा दे रहे हैं।
लर्निंग गैप को कम करने के लिए उन्होंने इस तकनीक को सबके सामने लाया है। जिसमें ब्लेंडिड माध्यम से बच्चों को पढ़ाने की तकनीक बनाई गई है।
वह एक कार्यशाला में
यू एस ए गए थे जहां पर उन्होंने इस तकनीक की बारीकियां देखी इसके अलावा जियो जेब्रा के माध्यम से भी उन्होंने बच्चों को पढ़ाया।
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जब सुबह तक बनाते थे वीडियो
असर न्यूज़ से खास बातचीत में विजय कुमार ने बताया कि उन्होंने देर रात तक जॉय आफ लर्निंग को लेकर लगभग 300 वीडियो देर रात तक बनाई है। यह वीडियो 11वीं और 12वीं कक्षा ही नहीं बल्कि छोटे बच्चों को भी कई मनोरंजन के साथ पढ़ने की वीडियो को बनाया गया है जिसमें गूगल क्लास के माध्यम से यह वीडियो बच्चों को सिखाई गई है।
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हिमाचली टोपी पहन कर लिया पुरस्कार
राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड लेने के लिए हिमाचल का प्रतिनिधित्व कर रहे विजय कुमार ने हिमाचली टोपी पहन कर राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड प्राप्त किया । उनका कहना है कि हिमाचल की संस्कृति काफी मजबूत है और यही हमारे राज्य को देश भर में चर्चा में लाती है की उन्होंने हिमाचल का प्रतिनिधित्व किया । उन्होंने कहा वह अकेले ही पुरस्कार के हकदार नहीं हिमाचल का सभी शिक्षा जगत इस पुरस्कार का हकदार है।


