EXCLUSIVE: सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह में ही आएगी मानसून के दौरान आपदा आंकलन के लिए केन्द्रीय टीम
पहले मानसून खत्म होने के बाद ही केन्द्रीय दल भेजा जाता था
इस बार सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह में ही मानसून के दौरान आपदा आंकलन के लिए केन्द्रीय टीम हिमाचल आ रही है। जो पहले मानसून खत्म होने पर आती थी।
हिमाचल प्रदेश में वर्तमान मानसून में प्रदेश में भारी वर्षा, भूस्खलन और बादल फटने की अनेक घटनाएं घटित हुई जिसमें 258 लोगों की अमूल्य जाने चली गई व 10 लोग अभी भी लापता हैं। इस आपदा से 270 पशु मारे गए तथा 1658 रिहायशी मकान, दुकाने, गौशालाएं व घराट इत्यादि क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस दौरान प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गो, ग्रामीण सडकों, पेयजल योजनाओं व विद्युत परियोजनाओं को भी भारी नुक्सान हुआ है। अब तक प्रदेश को इस मानसून के दौरान मु० 1367.33 करोड रूपये के नुकसान का आकलन किया जा चुका है, जिसका आकलन निरन्तर जारी है।
इस संबंध में प्रदेश सरकार की तरफ से मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश द्वारा दिनांक 23.08.2022 को केन्द्र सरकार से प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुक्सान का जायजा लेने के लिए अंतमंत्रालय केन्द्रीय दल (Inter Ministerial Central Team) भेजने के लिए के आग्रह किया गया था तथा केन्द्र सरकार द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए श्री सुनील कुमार बर्नवाल, संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय भारत सरकार की अध्यक्षता में केन्द्रीय दल का गठन किया गया है। केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश सरकार के अनुरोध को स्वीकार करते हुए सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह में मानसून के दौरान ही केन्द्रीय दल के भेजने बारे निर्णय लिया गया है जबकि पूर्व में मानसून खत्म होने के बाद ही केन्द्रीय दल भेजा जाता है। इससे प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुक्सान का आंकलन समय पर होने के साथ ही प्रदेश को केन्द्रीय आपदा मोचन निधि NDRF-National Disaster Response Fund की अतिरिक्त केन्द्रीय सहायता प्राप्त होगी जिससे मानसून से प्रदेश में प्रभावित लोगों को समुचित राहत सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा सकेगी।

