EXCLUSIVE: हड़कंप: अवार्डी शिक्षक सरकार को लौटाएंगे अपने पुरस्कार
राज्य तथा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षको का सरकार के प्रति रोष, सीएम से मिला प्रतिनिधिमंडल
राज्य तथा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित अध्यापको को इन दिनो सेवा विस्तार के लिए बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को अवार्डी शिक्षको का एक प्रतिनिधि मण्डल मुख्य मन्त्री सुखविन्दर सुख्खु से सचिवालय में मिला । मुख्यमन्त्री ने आवार्डी शिक्षको को साफ शब्दों में कहा कि सभी आवार्ड शिक्षको को सेवा विस्तार मिलेगा लेकिन इस में सरकार कुछ वदलाव करने जा रही है। अवार्डी शिक्षक सरकार के इस बदलाव का विरोध करती है । ये बदलाव नई अधिसुचना जारी होने वाली तिथि से लागु होना चाहिए । अधिसुचना जारी होने से पहले वाले सम्मानित शिक्षको पर नही । अन्यथा 2023 से पूर्व सम्मानित शिक्षक अपना पुस्कार व मेडल सरकार को वापिस करने के लिए मजबुर हो जाएगें ।शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में किये उत्कृष्ट कार्यो के लिए सम्मानित किया जाता है।2015 में इसी सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार राज्य पुरस्कार से सम्मानित शिक्षको को एक वर्ष का सेवा विस्तार तथा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षको को एक वेतन वृद्धी और एक साल का सेवा विस्तार मिलता है। लेकिन अप्रैल व मई माह में छः अवार्डी शिक्षक रिटायर भी हो गये लेकिन अभी तक सरकार द्वारा सेवा विस्तार का पत्र बार बार गुहार लगाने के बाद भी नही मिलने पर वे खुद को अपमानित महसुस कर रहे हैं। जबकि उन्हे रिटायरमैन्ट की तिथि से 15 दिन पहले ही सेवा विस्तार का पत्र मिलना चाहिए था लेकिन सेवा विस्तार का पत्र न मिलने के कारण वह असंमजस में है कि कब मेरा सेवा विस्तार का पत्र आएगा । इसी कशमश में शिक्षा विभाग में तीस या बत्तीस वर्ष का सेवा काल पुर्ण करने के पश्चात शिक्षक की सेवा निवृति खुशी खुशी से नही हो पाती । अगर समय पर इन शिक्षको का सेवा विस्तार का पत्र इन्हे मिल जाता तो इनकी सेवा लगातार रहती है अन्यथा बाद में इनकी जगह कोई दुसरा अध्यापक वहां ज्वाईन नही कर पाता और इन्हे देरी से सेवा विस्तार मिलने पर स्टेशन की दिक्कत आ जाती है। इसलिए सरकार को चाहिए की सम्मानित अध्यापको का सम्मान रखने के लिए 2015 में जारी की गई अधिसुचना के अनुसार ही सेवा विस्तार दिया जाए। इसमें किसी प्रकार का फेरबदल न किया जाए।



