मुख्यमंत्री ने डाॅ. आर.एन. बत्ता की धर्मपत्नी के निधन पर किया शोक व्यक्त

मुख्यमंत्री ने डाॅ. आर.एन. बत्ता की धर्मपत्नी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मुख्यमंत्री के सलाहकार एवं प्रधान निजी सचिव डाॅ. आर.एन. बत्ता की धर्मपत्नी राजेश्वरी बत्ता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। राजेश्वरी बत्ता ने लम्बी बीमारी के बाद आज प्रातः अन्तिम सांस ली। वह 58 वर्ष की थीं।
मुख्यमंत्री ने डाॅ. बत्ता के आवास पर जाकर उनके परिवार के सदस्यों के साथ संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
वहीं
सयुंक्त निदेशक उच्च शिक्षा राजेश्वरी बत्ता के निधन पर शोक व्यक्त
हि॰प्र॰स्कूल प्रवक्ता संघ के पूर्व में तीन बार रहे प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में आल इंडिया फेडरेशन ऑफ़ टीचर ऑरगनाइजेशन के राष्ट्रिय अध्यक्ष डॉ अश्वनी कुमार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्कूल प्रवक्ता संघ कमलजीत शर्मा ,जिला प्रवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष हरी शर्मा , पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र खशिया, पूर्व अध्यक्ष जिला शिमला राजेंद्र वर्मा पूर्व महासचिव जिला शिमला रामलाल शर्मा, मोहन टेकटा , प्रेम शर्मा, यशपाल शर्मा देवेंद्र वर्मा, युगल किशोर ताराचंद, गुर्बचन सिंह लोकेन्द्र नेगी , केदार रांटा,सोहन दता, सतपाल नेगी ने सयुंक्त निदेशक श्री मति राजेश्वरी बत्ता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है !श्रीमती राजेश्वरी बत्ता का लंबी बिमारी के बाद पिछले कल निधन हो गया था ! आज जारी एक सयुक्त बयान में डॉ अश्वनी कुमार व् अन्य ने बताया कि श्री मति राजेश्वरी बत्ता ने प्रवक्ता राजनितिक शास्त्र केरूप में शिक्षा विभाग में अपने कैरियर को प्रारम्भ किया था उसके पश्चात प्रधानाचर्य ,उपनिदेशक उच्च शिक्षा और वर्तमान में वो सयुंक्त निदेशक शिक्षा के पद पर कार्यरत थीं ! श्रीमती राजेश्वरी बत्ता एक नेकदिल इंसान, कुशल एव अनुभवी प्रशासक और हि .प्र स्कूल प्रवक्ता संघ की 1986 से एक कर्मठ कार्यकर्ता रही जिन्होंने संघठन की मजबूती के लिये हमेशा कार्य किया !वे हमेशा प्रवक्ता हित में संगठन के एक योद्धा के रूप और एक कुशल सामाजिक कार्यकर्ता कुशल प्रशासक के रूप में याद की जाएंगी ! वे एक आदर्श अध्यापिका थीं जिन्होंने विद्यार्थियों पर अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है ! सभी लोगो ने गहरी संवेदना प्रकट करते हुए शोक संतप्त परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति भगवान से प्रदान करने की प्राथना की हे




