विशेषस्वास्थ्य

असर विशेष: इस तरह रहा कोविड में आईजीएमसी का संघर्ष

शिमला के  इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के आंकड़े बताते हैं कोरोना काल में डॉक्टरों का  किस तरह कड़ा संघर्ष रहा है। जिस दौरान सभी अस्पताल कोविड को लेकर संघर्ष कर रहे थे आईजीएमसी ने कोवीड मरीजों के साथ साथ अन्य रोगों से ग्रसित मरीजों की भी जान  बचाई।

 

जैसा कि सारे संसार को ज्ञात है कि कोरोना काल में डॉक्टरों ने जनता को निस्वार्थ होकर अपनी सेवाएं दी है। वह इस मुश्किल घड़ी में भी अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं हटे। आईजीएमसी में न केवल कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का इलाज किया बल्कि इसके साथ अन्य मरीजों की पीड़ा को भी समझा। हिमाचल के आईजीएमसी अस्पताल के डॉक्टर ने 1 मई 2020 से लेकर 30 जून 2021 के कोरोना तथा अन्य मरीजों के आंकड़े कुछ इस तरह से हैं।

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Total covid IPD

w.e.f. 1.05.2020 to 30.06.2021

3,374 

 

Total OPD Out-patients

Non-covid w.e.f. 1.05.2020 to 30.06.2021 5,25,664 

 

Total IPD Non-covid 

In-patients w.e.f.

1.05.2020 to 30.06.2021 

37,651 

 

उपरोक्त लिखे आंकड़े व्यक्त करते हैं कि आखिर किस तरह से आईजीएमसी के डॉक्टर नर्सों ने अपने कर्तव्य का पालन किया।

Deepika Sharma

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