हिमाचल में जब कोवीड का संकट छाया था तो प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में कोविद वॉरियर्स की तैनाती की गई थी। जानकारी है कि लगभग 3O0 कर्मचारियों ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज महाविद्यालय में सेवाएं दी ।जिस समय कोविड से होने वाली मौतों का ग्राफ भी काफी तेजी से बढ़ रहा था।
अब बताया जा रहा है कि अब 31 मार्च तक इनका अनुबंध कार्यकाल खत्म हो रहा है अब जिस बाबत यह आईजीएमसी एमएस के समक्ष अपनी गुहार लगाने पहुंचे हैं। गौर हो कि उस समय उन्होंने साथ दिया है जब एक मरीज का नजदीकी रिश्तेदार भी उसकी देखभाल करने से बचता था । अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि उनकी सेवा
किधर ली जाएगी। या इनका भविष्य खतरे में है? गौर हो कि
अब कोवीद के मामलों में भी ज्यादा इजाफा नहीं है और इनकी सेवाएं भी समाप्त हो रही है।
इस बारे में असर न्यूज़ ने इन कर्मचारियों से बात की तो पाया कि अब अनुबंध समाप्त होने के बाद इनका आगामी कदम क्या होगा इसकी चिंता इनके चेहरे पर साफ नजर आ रही थी अब यह 300 कर्मचारी क्या कार्य करेंगे या किधर कार्य करेंगे इस पर सभी की नजरें टिकी है।



