खबरदार। होली खेले तो जरा ध्यान से। बाजारों में बिकने वाला घटिया रंग कहीं आपके चेहरे का नूर ना उड़ा दे। प्रदेशों के अस्पतालों में होली के आयोजन के बाद एकाएक त्वचा विभाग की ओपीडी का ग्राफ बढ़ जाता है। अक्सर देखा गया है कि त्वचा की एलर्जी के मामले लगभग 20 से 30 फ़ीसदी के ग्राफ से बढ़ जाते हैं । जिसमें सबसे ज्यादा केस बच्चों के रहते हैं। डॉक्टरों ने भी साफ हिदायत जारी की है कि खासतौर पर होली खेलते हुए ध्यान बरतें क्योंकि कई बार होली का रंग तो त्वचा ही नहीं बल्कि आंखों और कानों में भी चला जाता है ।
जिससे स्वास्थ्य संबंधित कई हानिकारक दिक्कतें हो जाती है। अक्सर यह भी देखा गया है कि त्वचा एलर्जी के मामलों में तो इजाफा होता ही है बल्कि आंखों की एलर्जी के मामले भी बढ़ जाते हैं जिसमें 20 से 30 फ़ीसदी का उछाल आई ओपीडी के ग्राफ में देखा जाता है।
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तुरंत जाए डॉक्टर के पास
यदि होली खेलते हुए आंखों में होली चली जाए और त्वचा में एलर्जी लगे तो डॉक्टर के पास जाने में देरी नहीं करनी चाहिए दोनों स्थिति गंभीर अवस्था भी धारण कर सकती है।
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क्या कहते है त्वचा विशेषज्ञ

इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में त्वचा विभाग के अध्यक्ष डॉ घनश्याम का कहना है कि होली के बाद त्वचा ओपीडी का ग्राफ ज्यादा देखने में आता है ।
यदि होली खेले तो जरा ध्यान से… कई बार घटिया रंग बाजारों में बिकते हैं। जिस के हानिकारक प्रभाव होली त्यौहार बीतने के बाद देखने में आते हैंl


