एक तरफ जहां एक अच्छे पड़ोसी का उदाहरण अच्छे जीवन यापन को लेकर दिया जाता है वही हिमाचल में प्रदेश महिला आयोग के आंकड़े कुछ और ही बता रहे हैं। आयोग की वार्षिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि प्रदेश की महिलाओं ने अपने पड़ोसियों की शिकायत आयोग से की है जिसमें उन पर परेशान करने का आरोप लगाया है। इसमें जमीनी विवाद के साथ-साथ यौन शोषण के मामले भी शामिल है।
जिला वार रिपोर्ट पर गौर करें तो इसमें कांगड़ा नंबर वन है । इधर से 8 शिकायतें आई है वहीं शिमला और मंडी से तीन तीन शिकायतें दर्ज की गई है। सिरमौर से एक और हमीरपुर से 4 शिकायतें महिला आयोग में महिलाओं ने पड़ोसियों की दर्ज की है वहीं बिलासपुर से एक शिकायत महिला आयोग में दर्ज की गई है। प्रदेश महिला आयोग की माने तो जिन महिलाओं की शिकायत आई है उनके केसों पर आगामी कार्रवाई की जा रही है और मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्हें नोटिस भी जारी किए गए हैं। प्रोग्राम में हालांकि कुछ मामलों में काउंसलिंग भी की गई है लेकिन कुछ में केस गंभीर होने के बाद इन्हें नोटिस के साथ कोर्ट में बुलाया गया है।
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जमीनी विवाद के हैं ज्यादा मामले
बताया जा रहा है कि जमीनी विवाद के इनमें सबसे ज्यादा के सामने आए हैं। इसमें 10 से ज्यादा मामले जमीनी विवाद के बताए जा रहे हैं जिसमें महिला के साथ मारपीट मारपीट भी की गई है
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क्या कहते हैं सदस्य सचिव मैडम बुशरा
प्रदेश महिला आयोग की सदस्य सचिव मैडम बुशरा का कहना है कि आयोग में जो भी मामले आते हैं उसको गंभीरता से देखते हुए उसका निपटारा किया जाता है । महिलाओं में दोनों पक्षों की काउंसलिंग भी की जाती है और दूसरे पक्ष को भी कोर्ट में बुलाकर मामला सुलझाने की कोशिश की जाती है।