डॉ रमेश की कलम से..
नींद क्या है?
नींद हर 24 घंटे में नियमित रुप से आने वाला वो समय है जब हम अचेतन अवस्था मे होते है, और आस पास की चीजों से अनजान रहते है| है-
आपको या आपके किसी परिचित को नींद की कभी न कभी परेशानी जरूर हुई होगी!
सामान्यत आपको नींद के बारे में सोचने की आवश्यकता नहीं होती,ये आपकी दिनचर्या का एक हिस्सा है| लेकिन ज्यादातर लोग कभी न कभी नींद आने मे परेशानी का सामना करते है|
नींद न आने को अनिद्रा (Insomnia) कहते हैं,अनिद्रा एक नींद से सम्बन्धित समस्या है, जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है।
अनिद्रा से पीड़ित व्यक्तियों के लिए नींद आना या सोते रहना मुश्किल होता है। अनिद्रा के प्रभाव बहुत भयंकर हो सकते हैं।
अनिद्रा आमतौर पर दिन के समय नींद, सुस्ती, और मानसिक व शारीरिक रूप से बीमार होने की सामान्य अनुभूति को बढाती है। मनोस्थिति में होने वाले बदलाव (मूड स्विंग्स), चिड़चिड़ापन और चिंता इसके सामान्य लक्षणों से जुड़े हुए हैं। अगर आप बहुत चिन्तित हों या बहुत उत्तेजित हों तो थोड़े समय के लिए आप इसके शिकार हो सकते हो और जब आपकी उत्तेजना या चिन्ता खत्म हो जाती है तो सब सामान्य हो जाता है| अगर आपको अच्छी नींद नही आती है तो ये एक समस्या है क्योंकि नींद आपके शरीर और दिमाग को स्वस्थ एवं चुस्त रखती है!
जीवनशैली में साधारण से बदलाव से आपकी नींद की गुणवत्ता पर फर्क पड़ सकता है।
अच्छी और आरामदायक नींद पाने के लिये सोने और जागने का समय निर्धारित करें
लगभग हर रोज़ एक ही समय पर सोने और जागने का एक नियमित समय तय करें, इससे आपके शरीर को अच्छी और बेहतर नींद मिलेगी। सोने के लिए ऐसा समय चुनें जब आपको थकान महसूस हो रही हो और आपको आसानी से नींद आ जाये।
माहौल ऐसा बनाये जिसमे आपको आसानी से नींद आ जाये! आपके आराम करने वाले कमरे का आपके लिये शांतिपूर्ण होना चाहिये। आपके कमरे का तापमान, रोशनी और शोर सभी पूरी तरह नियंत्रित होनी चाहिये, जिससे आपके सोने के कमरे का वातावरण आपके अच्छी नींद लेने मे सहायक बने।
अगर आपके पास कोई पालतू जानवर हैं जो आपके साथ आपके कमरे मे सोता हैं, और आपको रात मे परेशान करता हैं तो ज्यादा अच्छा रहेगा आप इसे दूसरे कमरे मे सुला दे ,ताकि आप आराम से सो सके।
आरामदायक बिस्तर पर सोएँ ऐसे किसी गद्दे पर आराम से सोना मुश्किल है जो या तो बहुत नरम या बहुत कठोर है, या एक बिस्तर जो बहुत छोटा या पुराना है।
नियमित व्यायाम करे, नियमित रूप से मध्यम शक्ति वाले व्यायाम करना, पैदल चलना, दिन भर के तनाव को दूर करने में मदद कर सकता है। सुनिश्चित करें कि आप सोते समय जोरदार व्यायाम नहीं करें,जैसे दौड़ना या जिम, क्योंकि यह आपको जागृत रख सकता है।
कैफीन वाली चीजों को कम लें चाय, कॉफी, एनर्जी ड्रिंक्स और कोला जैसी चीजों से दूर रहे, खासकर शाम के समय इन चीजों को न ले। कैफीन आपकी नींद मे बाधा उत्पन्न कर सकता है,और आप अच्छी नींद नहीं ले पाते। आप सोने से पहले गर्म दूध ले सकते हैं।
जरूरत से ज्यादा खाना और शराब, इनका सेवन देर रात को करने से भी, आपकी नींद के नियम मे बाधा उत्पन्न होती हैं। शराब का सेवन करने से आपको पहले से ही नींद आने लगती हैं और जब रात मे सोने का समय होता हैं तब आपकी नींद आने मे परेशानी होती हैं।
धुम्रपान न करें, सिगरेट के तंबाकू में निकोटीन एक उत्तेजक पदार्थ है। धूम्रपान करने वालों को नींद आने में अधिक समय लगता है, वे बार-बार उठते हैं, और अक्सर उनकी नींद बाधित होती है।
सोने से पहले थोडा रिलैक्स करें, गर्म पानी से नहा लें, मधुर संगीत सुनें या मन और शरीर आराम देने वाले व्यायाम करें।
सोने का अनियमित समय, दिन में सोना, सोने से पहले उत्तेजक गतिविधियों, सोने के लिए उचित वातावरण का अभाव और अपने बिस्तर पर बैठकर खाना या टीवी देखना शामिल हैं। सोने से पहले कंप्यूटर, टीवी, वीडियो गेम, स्मार्टफ़ोन या अन्य स्क्रीन आपके नींद के चक्र में हस्तक्षेप कर सकते हैं।
सोती बार ईश्वर का ध्यान करें, लंबे साँस लें, चिंता छोडें, शांत रहें ,गुस्सा, क्रोध जिंदगी से त्यागें, सकारात्मक रहें, खुश रहें, सब को खुश रखें !
यकीन मानिये आपको बहुत अच्छी नींद आयेगी,
पता भी नहीं चलेगा कब सुबह हुई और उठकर हर दिन आप एक दम तरो ताज़ा महसूस करेंगे!
नींद की गोली न लें !!!