आप भी अपनी आंखें दान करें आईजीएमसी में 220 लोगों के नाम ऐसे दर्ज है जो लंबित सूची में शामिल है और जो हर दिन भगवान से ये दुआ कर रहे कि उनका भी आई ट्रांसप्लांट हो जाय। और वह भी दुनिया देख सके।
आज पूरे देश भर में नेत्रदान दिवस मनाया जा रहा है जिसे लेकर डॉक्टर भी जनता को जागरूक कर रहे हैं कि अपने नेत्र का दान करें और दृष्टिहीन उनकी मदद करें। आईजीएमसी के आंकडों पर गौर करें तो इसमें 1185 अपनी आंखें दान करने के लिए शपथ पत्र भर चुके हैं।
जिसमें 370 आंखें दान हो चुकी है वहीं 298 आई ट्रांसप्लांट हो चुके हे। आईजीएमसी इसमें बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। अस्पताल में कोई भी मौत होती है तो वह टीम जनता को आंखें दान करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।नेत्रदान से बढ़कर कोई और दान नहीं।
आएँ आज विश्व नेत्रदान दिवस पर मरणोपरांत नेत्रदान का संकल्प लेकर किसी के जीवन में रोशनी बन कर पुण्यकर्म के भागीदार बनें।
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1.25 करोड़ लोग दृष्टिहीन
इस बारे में आईजीएमसी एमएस डॉक्टर जनक का कहना है कि

एक आंकड़े के अनुसार भारत में लगभग 1.25 करोड़ लोग दृष्टिहीन हैं, जिसमें करीब 30 लाख व्यक्ति नेत्र प्रत्यारोपण के माध्यम से नवदृष्टि प्राप्त कर सकते हैं।
जितने लोग हमारे देश में एक साल में मरते हैं, अगर वे मरने के बाद अपनी आँखें दान कर जाएँ तो देश के सभी नेत्रहीन लोगों को एक ही साल में आँखें मिल जाएंगी।


