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असर विशेष : पहल: आईजीएमसी में कोविड मरीजों के इलाज के लिए आयुर्वेद भी बना सहारा

आयुर्वेद विभाग ने आईजीएमसी को दिए पांच सौ पैकेट काढ़े के, पहली बार मरीजों को बांटा काढ़ा

 

आईजीएमसी में भी कोविड मरीजों को इलाज के लिए आयुर्वेद का भी सहारा लिया जाएगा। आईजीएमसी में पहली बार कोबिड भर्ती मरीजों को काढ़ा पिलाया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश आयुर्वेद विभाग ने भी मदद की है जिसमें लगभग 500 का काढ़े के पैकेट आईजीएमसी को दिए गए हैं। इस बारे में असर न्यूज़ में मेडिसिन स्टोर इंचार्ज डॉ राहुल से बात की तो उन्होंने कहा कि भर्ती मरीजों को यह काढ़ा देना शुरू कर दिया गया है मरीजों को स्वस्थ करने के लिए आयुर्वेद और एलोपैथी दोनों मिलकर बेहतर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि

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आयुर्वेदिक कवाथ काढ़ा के नियमित सेवन से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। यह संक्रमण के खिलाफ अपने एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुणों के कारण हमें स्वस्थ रखता है। एक प्रभावी एंटीऑक्सिडेंट, दलचीनी संक्रमण से लड़ने और प्रतिरक्षा का निर्माण करने में मदद करता है।
यह 100% प्राकृतिक, शाकाहारी और सुरक्षित है। आयुर्वेदिक कवाथ काढ़ा के हर्बल तत्व पाचन को प्रोत्साहित करने, प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने और शरीर को detox करने में मदद करते हैं।
आयुर्वेदिक कवाथ काढ़ा में कृत्रिम रंगोंं, स्वाद और रसायन शामिल नहीं है; और परिरक्षकों से मुक्त है l इसको बनाने के लिये आयुष क्वाथ काढ़ा का 1 चम्मच (3 gram ) 150 मिलीलीटर पानी में मिलाएं। मिश्रण को 1-2 मिनट तक उबालें। एक कप में 60 ml छान कर दिन में एक बार सेवन करें l

Deepika Sharma

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