हिमाचल बजट”यह रही इस बजट की नई नीतियां,योजनाएं और नई घोषणाएं

बजट भाषण 2022-23 में घोषित नई योजनाएं
1. मुख्यमन्त्री बाल सुपोषण योजना
2. मुख्यमन्त्री असहाय बाल पुनर्वास योजना 3. मुख्यमन्त्री महिला सशक्तिकरण योजना
4. श्रेष्ठ शिक्षा गुणवत्ता प्रोत्साहन योजना
5. मुख्यमन्त्री विद्यार्थी कल्याण योजना 6. बाल प्रतिभा छात्रवृति योजना
7. मुख्यमन्त्री शोध प्रोत्साहन योजना 8. कौशल आपके द्वार योजना
9. मुख्यमन्त्री मोबाइल क्लिनिक (M3C) योजना
10. Governance and Reforms Using Drones ( GARUD):
बजट भाषण 2022-23 में घोषित नीतियाँ / पहल
आऊटसोर्स कर्मियों के शोषण को रोकने के लिये पग उठाये जाएंगे। मुख्यमन्त्री शहरी आजीविका गारंटी योजना 2022-23 में जारी रहेगी।
V चच्योट, रिकांगपिओ, ज्ञाबोंग और चम्बा में CA Stores का निर्माण होगा। मत्स्य पालन क्षेत्र में 500 युवाओं को रोज़गार दिया जाएगा।
‘मनरेगा’ में ‘पंचवटी’ योजना के तहत 200 वाटिकाओं व पार्कों का निर्माण होगा। V यात्रियों की सुविधा के लिए शौचालयों इत्यादि सहित 12
बहुउद्देशीय सुविधा केन्द्रों का convergence के माध्यम से प्रथम
चरण में निर्माण किया जाएगा। पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिबद्ध दायित्वों के भुगतान हेतु 3.52 करोड़ रुपये का प्रावधान
शहरी स्थानीय निकायों में पार्किंग के निर्माण के लिए अब सरकारी अंशदान 75 प्रतिशत होगा।
अटल श्रेष्ठ शहर योजना नगर निगमों के लिए भी होगी। V200 राजकीय विद्यालयों तथा 50 राजकीय महाविद्यालयों में
आयुष वाटिकाओं की स्थापना की जाएगी।
राजकीय महिला पॉलीटेक्निक संस्थान, कंडाघाट में इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पाठ्यक्रम तथा शासकीय पॉलीटेक्निक संस्थान तलवाड़ में फार्मेसी डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारम्भ किया जाएगा।
प्लम्बिंग, वैल्डिंग, इलैक्ट्रीशियन तथा फ्रिज एवम् AC मुरम्मत
हेतु “कौशल आपके द्वार योजना का शुभारम्भ।
20 हजार लकड़ी के खम्बों को लोहे के खम्बों में बदला जाएगा। ई-परिवहन व्यवस्था के माध्यम से लर्नर लाईसेंस को ई-परिवहन व्यवस्था में सम्मिलित कर दिया जाएगा।
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४ छोटे चार पहिया वाहनों तथा छोटी बसों के लिए सड़क पास करने के लिए अलग से मापदण्ड होंगे।
४ एम्बुलेंस के पंजीकरण के लिए नए दिशा-निर्देश। पारम्परिक काढकुनी शैली की वास्तुकला वाले स्थानों को विभिन्न पर्यटन सर्किटों से जोड़ना
काँगड़ा जिले में आर्ट गैलरी को पर्यटन सर्किट से जोड़ना। माउंटेन बाइकिंग ट्रैक शुरु करना।
जलाशयों के आस-पास के क्षेत्र को Eco-Tourism की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।
राज्य के उत्पादों जैसे लाल चावल, किन्नौरी सेब, मण्डी की सेपूबड़ी, हिमाचली टोपी, सिरमौरी लोईया, हिमाचली धाम, याची (मण्डी) धातु शिल्प, हिमाचली वाद्य यन्त्रों तथा किन्नौरी आभूषणों की Geographical Indication Act 1999 के अन्तर्गत पंजीकरण की प्रक्रिया आरम्भ की जाएगी।
√ 2022-23 में प्रदेश में स्थित नदियों तथा उनकी सहायक नदियों पर 14 नये निगरानी केन्द्रों की स्थापना की जाएगी।
विशिष्ट पहचान वाले 75 गाँवों की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक विशिष्टता को दर्शाने वाले लघु वृतचित्रों, पुस्तकों और अन्य प्रचार सामग्री का प्रकाशन किया जाएगा।
सांस्कृतिक नीति 2 करोड़ रुपये की राशि से सांस्कृतिक कोष गठित किया जाएगा। 710 करोड़ रुपये की लागत से टाण्डाखोली जिला काँगड़ा में प्रस्तावित डण्डोर स्टेडियम का निर्माण शुरु किया जाएगा।
सर्वश्रेष्ठ तीन युवा मण्डलों को वार्षिक तौर पर सर्वश्रेष्ठ युवक
मण्डल घोषित किया जाएगा। जनजातीय क्षेत्रों से बाहर रह रहे जनजाति वर्ग के कल्याण के लिए उचित कार्य योजना तैयार की जाएगी।
प्रदेश के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के लिए उचित कार्ययोजना तैयार करके इस योजना इस योजना के अन्तर्गत सरकार की स्वीकृति के लिए प्रेषित की जाएगी। भारत v Geological Survey of India (GSI) की मदद से किन्नौर जिला में भूस्खलन पूर्व चेतावनी प्रणाली शुरू की जाएगी।


