असर विशेष : फार्मा में बढ़ते हिमाचल की बेटियों के कदम
पालमपुर की नैंसी ने चमकाया हिमाचल का नाम, कहा कोविड ने खूब सिखाया

एक बार जब महिला अपना कदम उठा लेती है, तो परिवार आगे बढ़ता है, गाँव आगे बढ़ता है और राष्ट्र विकास की ओर उन्मुख होता है। इसी बात कि साक्षी है नैंसी उप्प्ल् । एक ऐसी महिला जिनके विचार ने उनको सफलता के ऐसे मुकाम् पर ले गया जहाँ उनका नाम देश मॆ ही नहीं अपितु विदेश मे भी चमका दीया।

असर न्यूज़ ने इस बाबत नैंसी उपल से बात की तो उन्होंने कहा कि वह पालमपुर की रहने वाली है। कोविड के दौरान उन्होंने बहुत कुछ सीखा और कुछ ऐसा करने की कोशिश की जिससे हिमाचल के स्वास्थ्य क्षेत्र को भी मजबूती मिल पाए और देश को भी एक मजबूत स्थान दवा क्षेत्र में मिल पाए। चाइना से सामान ना आने को लेकर उन्होंने अपने क्षेत्र में ही उसके उत्पादन का रास्ता चुना और एक महिला होने के नाते कंपनी को मजबूत स्थिति में पहुंचाने की कोशिश की।

दो बच्चों की मां एक विस्तारित संयुक्त परिवार में रहने वली महिला का विश्वास है कि यदि अवसर और समर्थन दिया जाए तो हर महिला चमत्कार कर सकती है, बशर्ते इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़े और अपने समय और ऊर्जा को अपने सपनों को प्राप्त करने में लगये तो घर बैठे वर्तमान तकनीकी प्रगति के साथ काम करके भी सफलता मिल सकती हैं।
2006 मे फार्मास्यूटिकल ग्रेजुएशन की डिग्री यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस, पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ (भारत में सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक) से पूरी कि।
इसके बाद सौरव केमिकल नाम की एक फ़ार्मास्युटिकल कंपनी द्वारा भर्ती किया गया था, जहाँ उत्पादों के कारोबार विकास के लिए मार्केटिंग डिवीजन की कमान संभाली 2009 तक फिर सूर्या फार्मास्यूटिकल लिमिटेड में शामिल हो गए जहाँ निर्यात प्रोत्साहन के लिए दक्षिण पूर्व एशिया के बाजार का नेतृत्व किया।
2010 में शादी का निर्णय लिया और शिमला, हिमाचल में स्थानांतरित हो गए। जहां अपनी फार्मास्युटिकल कंपनी हेल्थकेयर फार्मा ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम से शुरुआत की 2010 से 2015 तक इस कंपनी के प्रबंध निदेशक के रूप में नैंसी उप्पल ने अनेको ऊंचाइयों को हासिल कि
इसके बाद् अपने पति श उदय उप्पल के साथ् अपनी कंपनी पुनर्गठित किया गया और कंपनी का नाम रखा गया हेल्थकेयर फार्मा ट्रेडिंग, नई कंपनी ने भी नैंसी उप्पल के नेतृत्व मे ऊंचाइयों को हासिल किया। 2020 मे जब पूरा देश करोंना के कारण आर्थिक रूप से कमज़ोर था वही दूसरी और फर्म का कारोबार बेहद अच्छा रहा।
यह फर्म भारतीय कंपनियों के उत्पादों जैसे फार्मास्युटिकल रॉ का प्रचार और निर्यात विभिन्न देश भर मे कर रहा है इसके साथ नैंसी उप्पल ने टैपिंग में कुछ बड़ी और छोटी कंपनियों की भी सहायता की है , उन्हें वैश्विक रूप से बहुत आवश्यक खिड़की प्रदान कि हैं जिसे व्यापार बढ़ा और नई रास्ते मिले छोटी कंपनियों को।इस फर्म ने अनको दवा उत्पादों को शुद्ध और गुणवत्ताई के आधार पर और सटीक समय में चीन निर्यात से लेकर भारतीय निर्याततो तक पहुंचाया।
भारतीय फार्मा को कंपनियों द्वारा सम्मानित किए जाने वाले टेंडर प्राप्त करने में मदद किया, वो भी फार्मास्युटिकल फैक्टरी नंबर 3, जो कि मेडिकल सप्लाई कि सबसे बड़ी फार्मास्युटिकल कंपनी हैं कंबोडिया कि ।
