खास खबर ; राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एन0ई०पी०) 2020 की तस्वीर

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एन0ई०पी०) 2020 इस बात पर भी प्रकाश डालती है कि वर्तमान में प्रारंभिक स्तर पर छात्रों के एक बड़े अनुपात ने मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता हासिल नहीं की है। भारत सरकार के मुताबिक राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020, इस बात पर ज़ोर डालती है कि इस संकट को तुरंत और तुरंत संबोधित करना अनिवार्य है ताकि स्कूलों में बुनियादी शिक्षा पूरी और मज़बूत की जा सके, और सभी छात्रों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल सके। सभी बच्चों के लिए आधारभूत literacy and numeracy / साक्षरता और संख्यात्मकता हासिल करने के लिए तत्काल राष्ट्रीय मिशन बनना चाहिए। छात्रों, शिक्षकों, माता-पिता और समुदायों के साथ, इस महत्वपूर्ण लक्ष्य और मिशन को पूरा करने में मदद करने के लिए हर संभव तरीके से तत्काल समर्थन और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, जो वास्तव में भविष्य में सीखने का आधार बनता है।
राष्ट्रीय विकास में मूलभूत कौशल की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए, ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत भारत सरकार द्वारा यह घोषणा की गई थी कि देश में प्रत्येक बच्चे को अनिवार्य रूप से Foundational Literacy Numeracy प्राप्त करने के लिए Mission शुरू किया जाएगा। इस उद्देश्य के लिए, निपुण भारत मिशन 5 जुलाई 2021 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया था। मिशन 3 से 9 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों की सीखने की जरूरतों को पूरा करेगा।
एक जीवंत पाठ्यचर्या ढांचा, आकर्षक शिक्षण सामग्री (ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों), परिभाषित और मापने योग्य सीखने के परिणाम, शिक्षक क्षमता निर्माण, मूल्यांकन तकनीक आदि को व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ाने के लिए विकसित किया जाएगा।
मिशन का दृष्टिकोण आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता को सुनिश्चित करने के लिए एक सक्षम वातावरण बनाना है, ताकि प्रत्येक बच्चा कक्षा 1 के अंत में पढ़ने लिखने और अंकगणित में वांछित सीखने की क्षमता प्राप्त कर सके। एफ० एल०एन० मिशन मजबूती और मौजूदा mainstream structure के उपयोग के साथ लागू किया जाएगा और सभी हितधारकों की सक्रिय गगीदारी के माध्यम से एक समग्र दृष्टिकोण अपनाएगा।
हिमाचल प्रदेश में कार्यक्रम का क्रियान्वयन समग्र शिक्षा द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम प्रभावी रूप से चलाने के लिये इसकी विस्तृत रूपरेखा तैयार कर ली गई है। जिसके लिये चयनित अध्यापकों ओर गैर सरकारी संस्थाओं का सहयोग लिया गया है। निपुण भारत के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये विभिन्न गतिविधियों का होना सुनिश्चित किया जाएगा जिसमें अध्यापकों का सशक्तिकरण बच्चों के लिये अधिगम सामग्री कक्षा कक्ष में सीखने सीखाने की गतिविधियों में बदलाव , अभिभावकों का लक्ष्य प्राप्ति में योगदान अतिआवश्यक है। मेरा विभिन्न स्तरों
पर कार्य कर रहे सभी व्यक्तियों से अनुरोध है कि वे निपुण भारत के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये अपना वांछित योगदान दें। मुझे आशा है और पक्का विश्वास भी है कि हमारे अध्यापक बच्चों की गणित एवम भाषा की मूलभूत दक्षताओं की प्राप्ति हेतु मेहनत से कार्य करेंगे और हमारे बच्चो को निपुण बनाने में सहयोग करेंगे।
निपुण भारत मिशन को लागू करने के लिए राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा ने कुछ पहल की है जैसे
• एफ० एल०एन० मिशन को लागू करने के लिए राज्य टास्क फोर्स को गठित किया गया है।
• सरकार राज्य और जिला संचालन समितियों को अधिसूचित किया गया है।
• कार्यक्रम को लागू करने के लिए सामग्री विकसित की गई है जिसमें 1. Foundational Literacy Numeracy पर राज्य कार्य योजना
2. प्रारंभिक साक्षरता और संख्यात्मकता पर शिक्षक हैंडबुक / मैनुअल
3. विद्या प्रवेश मैनुअल (School Readiness)
4. दूसरी और तीसरी कक्षाओं के लिए गणित और अंग्रेजी की वर्कबुक्स दी
गयी हैं। चौथी कक्षा के लिए गणित की वर्कबुक दी गयी है।
5. बच्चों की मोखिक अभिव्यक्ति को बेहतर बनाने लिये एक एप्लीकेशन तैयार की जा रही है जिसके उपयोग से बच्चों का आकलन करते हुए उनकी मौखिक अभिव्यक्ति को निखारा जाएगा।
6. मूल्यांकन के लिये Holistic Assessment card भी तैयार किये जा रहे है। जिन्हें जल्द ही अध्यापकों तक पहुँचाया जाएगा।




