नई पेंशन योजना के विरोध में हिमाचल
नई पेंशन योजना कर्मचारी संघ हिमाचल प्रदेश ने किया नई पेंशन योजना का विरोध

नई पेंशन योजना कर्मचारी संघ हिमाचल प्रदेश के आव्हान पर जिला सिरमौर के विभिन्न शिक्षक संगठनों, हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ, हिमाचल प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ, हिमाचल प्रदेश कला अध्यापक संघ आदि शिक्षक संघ के अतिरिक्त अन्य बहुत विभागों के कर्मचारियों ने काले रिबन बांधकर नई पेंशन योजना का डटकर विरोध किया नई पेंशन योजना संघ के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर खंड अध्यक्ष जितेंद्र चौहान, अनिल शर्मा, प्रवीण शर्मा, धनंजय सैनी, संदीप कश्यप, चंद्रमणि वर्मा आदि ने सरकार से निवेदन किया कि शीघ्रता से पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए तथा केंद्र सरकार की 2009 की अधिसूचना को हिमाचल प्रदेश में लागू किया जाए यह गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश नई पेंशन योजना कर्मचारी संघ शिमला में 7 मार्च से लगातार क्रमिक अनशन पर है परंतु संघ का मानना है कि यह खेद का विषय है की सरकार ने अब तक न तो इस मांग को माना हें ना ही कोई समिति गठित की है संघ के नेताओं ने कहा कि यदि सरकार की संवेदनहीनता एवं बेरुखी ऐसे ही रही व शीघ्रता से कर्मचारियों की इस मांग पर अमल नहीं हुआ तो बहुत जल्दी ना केवल कर्मचारी अपितु केंद्र एवं राज्य सरकार के सभी अधिकारी वर्ग भी इस नई पेंशन योजना का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए वाध्य होंगे क्योंकि नई पेंशन योजना में बहुत सारी खामियां हैं तथा ना केवल कर्मचारियों का अपितु सरकार के द्वारा दी जा रही सहयोग राशि भी निजी कंपनी के हाथ में जाने एवं उसे शेयर मार्केट में निवेश करने के कारण सभी कर्मचारी स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं तथा सदैव इसी चिंता में रहते हैं उनके भविष्य का क्या होगा । खास तौर से विगत वर्ष में जिस प्रकार का उतार-चढ़ाव शेयर मार्केट में देखा गया उससे कर्मचारियों के पेंशन खाते में संग्रहित धन मैं 10000 से ₹100000 तक वार्षिक कमी आंकी गई जो सहन कर पाना किसी भी कर्मचारी के लिए असहनीय है । अत केंद्र एवं राज्य सरकार को गंभीरता से इस विषय पर चिंतन करना चाहिए एवं माननीय मुख्यमंत्री के आश्वासन के अनुरूप शीघ्रता से एक समिति गठित की जाए जिसमें नई पेंशन योजना कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों को बुलाकर एक सर्व मान्य पेंशन नीति बनाई जाए



