असर विशेष: ऑनलाइन ठगी के शिकार लोगों पर साइबर क्राइम के अधिकारियों का मलहम
लाखों रुपए करवाए रिफंड

साइबर क्राइम ; भाग : सात
हिमाचल प्रदेश में साइबर क्राइम के मामलों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। लिहाजा साइबर क्राइम हिमाचल ने ठगी का शिकार हुए व्यक्तियों को राहत पहुंचाने में अपनी कमर भी कसी है
इस साल में हिमाचल प्रदेश साइबर क्राइम ने साइबर क्रिमिनल्स को पकड़कर लोगों को उनकी ठगी के 36 लाख 62 हजार 316 रुपए रिफंड करवाए हैं। साइबर क्राइम में जनवरी में – 1,34,525, फरवरी – 1,44,201, मार्च – 5,09,604, अप्रैल – 2,48,631, मई – 6,4,010 , जून – 6,88,882 , जुलाई – 5,31,707 , अगस्त – 3,18,326 , सितंबर – 4,34,489 , अक्टूबर – 1,71,121 , नवंबर – 1,51,845 , दिसंबर मैं अभी तक – 2,64,975 पैसा रिफंड हुआ है।
इंटरनेट ने लोगों की दुनिया को पूर्ण रूप से बदल दिया है। जिन कामों के लिए पहले हम सुबह-सुबह जाकर लाइन लगाते थे, वह सारे काम अब घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से आसानी से हो रहे हैं। इस आसान तरीके ने आम आदमी की परेशानियों को भी बढ़ा दिया है। क्योंकि हर नई टेक्नोलॉजी के साथ अब नए तरीके के अपराध ने भी जन्म लेना शुरू कर दिया है। ये सभी अपराध साइबर क्राइम के अंडर आते हैं और इनसे बचना बेहद मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन भी होता जाता है। ऐसे में सावधान रहना भी बेहद जरूरी हो गया है।
साइबर सेल ने लोगों को ठगों से सावधान रहने को कहा गया है। इसके साथ ही साइबर पुलिस ने इंटरनेट मीडिया पर सुरक्षित रहने के लिए लोगों को कई सुझाव दिए हैं। साइबर सेल के अनुसार, लोगों के मोबाइल और ईमेल पर लिंक भेजकर धोखाधड़ी की जा रही है। उस लिंक पर क्लिक करते ही लोगों के बैंक अकाउंट से जुड़ा विवरण शातिरों तक पहुंच जाता है और बड़े आराम से वह चूना लगा देते हैं।
इनके अलावा भी बहुत से तरीकों से साइबरक्रिमिनल आपको ठग सकते हैं। इसीलिए इस स्थिति में लोगों को सबसे जरूरी सावधानी बरतना है। अगर आप किसी ऑनलाइन फाइनेंशियल फ्रॉड का शिकार हो गए हैं तो तुरंत शिकायत करें।




