
नशे के खिलाफ छात्राओं की मानव श्रृंखला बनी एकजुटता की मिसाल

शिमला 5 अगस्त, 2025 : राजकीय कन्या महाविद्यालय शिमला में आज *नशा विरोधी जागरूकता कार्यक्रम* हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के सहयोग से महाविद्यालय सभागार में आयोजित किया गया।


*बहन का पैगाम- भाई के नाम* “ड्रग्स से सुरक्षा का बंधन- रक्षाबंधन” नाम से यह कार्यक्रम समाज में व्याप्त आज नशे की ज्वलंत समस्या और उसके दुष्परिणामों पर आधारित रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षा महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अनुरिता सक्सेना ने इस अवसर पर कहा कि नशे का समाज पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है युवा समाज और देश का भविष्य है जो युवा नशे की गिरफ्त में आ जाते हैं वह नशे के गुलाम बन जाते हैं उनका अपना जीवन तो अंधकारमय होता ही है साथ ही वह परिवार व समाज को भी अंधकार में धकेल देते हैं।

उन्होंने सभी छात्राओं से आवाहन किया कि *रक्षाबंधन – No Drugs* के अंतर्गत रक्षाबंधन के अवसर पर नशे के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठानी है भावी पीढ़ी को बचाना है।

इस कार्यक्रम में डॉ. रवि भूषण सेंट बीडस कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग के पूर्व प्रो. ने ड्रग्स का मन व मस्तिष्क पर किस तरह का प्रभाव पड़ता है इसकी विस्तृत चर्चा की। और सभी विद्यार्थियों को इससे दूर रहने को कहा। राजीव गांधी महाविद्यालय कोटशेरा के विद्यार्थियों ने नशे का युवाओं पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों और परिवार व समाज की सहायता से युवाओं को इससे बाहर कैसे निकाल सकते हैं इस पर बहुत ही जीवंत नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया।
हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के सचिव श्री सत्यवान पुंडीर ने इस अवसर पर अपने विचार रखे उन्होंने कहा कि हिमाचल ज्ञान- विज्ञान समिति समय-समय पर समाज में व्याप्त कुरीतियों पर जन जागरूकता अभियान चलाती रहती है आज की ज्वलंत समस्या नशा है। युवाओं को नशे से बचाना है।”Say No To Drug” इस रक्षाबंधन सभी बहनों को अपने अपने भाई से यह वचन लेना है कि वह नशे से हमेशा दूर रहेगा और साथ ही साथ भाई अपने सभी मित्रों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करेगा । कन्या महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा*बादल पे पांव है* पर एक नृत्य प्रस्तुति दी गई। इस नृत्य प्रस्तुति द्वारा यह संदेश दिया गया कि हमें हमारे जीवन में करने के लिए बहुत सारी गतिविधियां हैं हमारी खुशी के बहुत सारे माध्यम हैं इसलिए हमें नशे को छोड़कर अन्य सृजनात्मक गतिविधियों में अपना बहुमूल्य योगदान देना चाहिए। नशे के विरुद्ध एक मानव श्रृंखला बनाई गई जिसका उद्देश्य नशे के विरुद्ध यह लड़ाई हम साथ मिलकर लड़ेंगे। इस अवसर पर एडवोकेट सुमित्रा चंदेल डॉ. ओ.पी कायस्थ लोक कलाकार कपिल शर्मा और हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के अन्य सक्रिय सदस्य, महाविद्यालय की उप प्राचार्या डॉ. कार्तिकेय चौहान, डॉ सुरेंद्र शर्मा महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्य व भारी संख्या में छात्राएं मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अनुरिता सक्सेना ने सभी छात्राओं से यह संकल्प करवाया कि वे स्वयं कभी नशे की लत में नहीं पड़ेंगी और समाज में इसके दुष्प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाने का कार्य करेगी। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक सिद्ध हुआ और नशा उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।



