असर विशेष : “मेरे शहर के 100 रत्न “सौ छात्रों को फ्री कोचिंग देने पर बड़ा सवाल
हिमाचल प्रदेश मुख्याध्यापक व प्रधानाचार्य संवर्ग के जिला मंडी ने उठाया मामला

हिमाचल प्रदेश मुख्याध्यापक व प्रधानाचार्य संवर्ग के जिला मंडी प्रधान नरेश महाजन
ने ये मामला उठाया है जिसमे उन्होंने कहा है कि जो पिछले कल हिमाचल प्रदेश सरकार ने क्रैक अकादमी के साथ मिलकर मेरे शहर के 100 रत्न शीर्षक के तहत पूरे हिमाचल प्रदेश के छठी से बाहरवी तक अध्यनरत विद्यार्थीओं के लिए एक छात्रवृति टेस्ट का आयोजन किया जिसके तहत यह अकादमी पूरे प्रदेश में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 100 छात्रों को फ्री कोचिंग देगी पर सवालिया निशान खड़े करता है l
अजीब बात यह है कि अकादमी द्वारा छठी से लेकर बारहवीं कक्षा तक की सभी 7 कक्षाओं के लिए मात्र 50 प्रश्नों वाला केवल एक ही प्रश्न पत्र तैयार किया गया था। इस छात्रवृति टेस्ट की सामग्री हर स्कूल तक पहुंचाने के लिए अध्यापकों को 50 से 60 किलोमीटर का सफर तय कर पेपर लाने के लिए बी आर सी कार्यालय जाना पड़ा और फिर आज उतनी ही दूरी तय कर ओ एम आर शीट जमा करवाने जाना पड़ा जिससे शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों में पहले से चल रही FA2 परीक्षाओं को स्थगित करवा कर इस परीक्षा को आयोजित करने में अध्यापक वर्ग को काफी मशक्कत करनी पड़ी है। जबकि क्रैक अकादमी ने सातों कक्षाओं के केवल एक ही प्रश्न पत्र तैयार कर शिक्षा विभाग को बहुत हल्के में लिया है।
हिमाचल प्रदेश मुख्याध्यापक व प्रधानाचार्य संवर्ग के जिला मंडी प्रधान ने क्रैक अकादमी के टेस्ट आयोजन करता से बात जाननी चाही कि क्या छठी से बहरावी तक के विद्यार्थीओं का बुद्धि स्तर एक जैसा होता है। अतः संघ मांग करता है कि भविष्य में सरकार को भी ऐसी अकादमी से ऐसे प्रयोग करवाने से बचना चाहिए।



