कोरोना वैश्विक महामारी के विकट काल से उभरने के बाद देश- प्रदेश में सामान्य जीवन पुन: पटरी पर आ रहा है , वहीं प्राय: देखने में आया है कि बहुतायत में लोग कोविड -19 के प्रति अपनी सतर्कता को नकारते हुए इसे हलके में ले रहे हैं, जिसके परिणाम स्वरूप कोरोना पॉजिटिव मामलों में इज़ाफा हो रहा है | यह जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि विगत दो वर्षों में चले कोरोना काल से लेकर स्वास्थ्य विभाग से न केवल महामारी पर कड़ा नियंत्रण रखने की अपेक्षा की गई थी, अपितु निर्बाध रूप से परिकल्पित सेवाएं प्रदान करना, सार्वभौमिक स्वास्थ्य, निवारक और उपचारात्मक देखभाल प्रदान करना भी एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, परन्तु प्रदेश सरकार, स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की सुदृढ़ योजना और समय पर कार्यान्वयन ने कोविड महामारी के संक्रमण पर एक अंकुश सुनिश्चित किया और सक्रिय प्रबंधन ने राज्य में सभी स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की पहुंच और निरंतरता सुनिश्चित की | कोरोना महामारी के विरुद्ध घोषित युद्ध के विजय पथ पर अग्रसर हिमाचल प्रदेश और प्रदेशवासियों को प्रतिरक्षित करने के लिए भारत में निर्मित शस्त्र ढाल कोरोना वैक्सीन को लक्षित वर्गों को लगाने में भी देश भर में अग्रणी राज्य रहा है | प्रदेश में कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के सफल सञ्चालन की बदौलत कोविड संक्रमण पर अंकुश तो लगा है और प्रदेश में इस समय कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों के स्वस्थ होने की दर में वृद्धि हुई है, परन्तु कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है और इसके संक्रमण की संभावनाएं अभी भी बनी हुई है, ऐसे में कोरोना के प्रति ढील-मुल रवैया घातक सिद्ध हो सकता है |
स्वास्थ्य प्रवक्ता ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना के लक्षण जैसे खांसी, बुखार, जुकाम, बदन दर्द, सांस लेने में समस्या, स्वाद और गंध का महसूस न कर पाना या बदलना इसे हलके में न लें और लक्षण नज़र आने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में अपनी कोविड जांच अवश्य करवा लें | उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि आज प्रदेश भर में कोरोना संक्रमण के प्रति 1352 लोगों की जांच की गयी, जिसमें 8 सैम्पल की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव व 1344 की नेगेटिव पायी गयी है | प्रदेश में इस समय 62 लोग संक्रमित हैं | 280596 लोग उपचारोपरांत स्वास्थ्य लाभ पा चुके हैं | उन्होंने जनसाधारण से आह्वान किया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए अपने हाथों को सैनिटाइजर का प्रयोग करें या फिर अपने हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं । सामान्यतः मास्क से मुंह ढकें । इसके साथ ही छींक आते समय टिशू से मुंह को ढक लें । जिससे कोई दूसरी व्यक्ति इससे संक्रमित न हो । उपयोग की गई टिशू को तुंरत डस्टबीन में डाल दें और अपने हाथ को धो लें । खांसी या जुकाम वाले व्यक्ति से बातें करते या मिलते समय उससे करीब दो गज की दूरी बनाकर रखें । आप किसी जगह को छूते है तो हो सकता है कि उसमें वह वायरस हो, इसलिए नाक, आंख और मुंह को न छुएं । बुखार, खांसी, जुकाम हो या फिर सांस लेने में समस्या या अन्य लक्षण हो तो तुरंत हेल्पलाइन नम्बर -104 से सपंर्क करें अथवा esanjeevani ओ.पी.डी. सेवा का लाभ उठायें |




