चिंता: अकेले ही कर्मचारी निकल रहे हैं बिजली दुरुस्त करने
स्टाफ की कमी के कारण असुरक्षित तौर पर कर्मचारी काम पर निकलने के लिए मज़बूर

हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण कपटा ने प्रेस को जारी बयान में कुछ दिन पूर्व हादसे का शिकार हुए बिजली बोर्ड ( शिमला, सुजानपुर) के दो कर्मचारियों की करंट लगने से हुई मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा की बिजली बोर्ड में फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारियों के हजारों पद रिक्त होने की वजह से कर्मचारी अत्यधिक दबाव और सुविधाओं के अभाव में कार्य कर रहे हैं ,
लंबे समय से एक-एक कर्मचारी पर 25 से 30 ट्रांसफार्मरों के अतिरिक्त कई किलोमीटर लंबी एच.टी एवं एल.टी लाइनों की देखभाल का जिम्मा हैं , ये विडंबना ही की प्रदेश सरकार और बोर्ड प्रबंधन आए दिन हो रहे घातक/अघातक हादसों पर अंकुश लगाने में नाकाम रहा है, और इन हादसों से कोई भी सबक नहीं लिया जा रहा है । कई वर्षों
से लगातार सैकड़ो नौजवान काल का ग्रास बने हैं ।
कार्यकारी निदेशक (कार्मिक) द्वारा 2012 में जारी आदेशों के अनुसार जिसमें विशेषकर यह उल्लेख किया गया है की उच्च ताप, निम्न ताप लाइन एवं ट्रांसफर मे कार्य करने के लिए दो या दो से अधिक कर्मचारी कार्य करने के लिए जाने चाहिए , परन्तु स्टाफ की कमी के कारण मजबूरी में अकेले अकेले कर्मचारियों को बिजली शिकायत निवारण के लिए जाना पड़ रहा है जिसमें की अकेले कर्मचारी को सभी सुरक्षा उपकरण को कार्यस्थल तक ले जाना और उसके बाद कार्य करना मुश्किल होता है ।
फील्ड तकनीकी कर्मचारी कई महीनों से साप्ताहिक अवकाश, प्रतिपूरक अवकाश से वंचित रह रहा है ।
उन्होंने प्रदेश सरकार और बोर्ड प्रबंधन वर्ग से मांग की है कि अभिलंब फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारीयों के रिक्त पदों जैसे टी-मेट, हेल्पर(सभी श्रेणी), लाइनमैन , फिटर, इलैक्ट्रिशियन (सभी श्रेणी) को भरा जाए , फील्ड कर्मचारियों को कार्यस्थल तक पहुंचने और सुरक्षा उपकरण जैसे सीढ़ी, ग्लव्स, हेलमेट, बेल्ट अर्थ रोड, कंडक्टर, इंसुलेटर ले जाने के लिए यातायात के साधन उपलब्ध करवाने चाहिए जिससे
कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके उसके उपरांत की कार्य करवाया जाया जाना चाहिए।
इसके अतिरिक्त उन्होंने मांग की आउटसोर्स कर्मचारियों को भी नियमित कर्मचारी की तर्ज पर मुआवजा राशि दी जाए ताकि उनके परिवार की आर्थिक तौर पर मदद हो सके । उन्होंने बिजली बोर्ड के कर्मचारियों से भी आह्वान किया है कि दिवंगत आउटसोर्स कर्मचारी की आर्थिक सहायता के लिए उदारता के साथ आगे आए।



