तकनीकी कर्मचारी संघ ने बिजली बोर्ड युक्तिकरण के विरुद्ध उठाई आवाज
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ ने किया साफ़ कार्यप्रणाली पर पड़ेगा बुरा असर

हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण कपटा ने मीडिया को जारी प्रेस बयान में कहा है कि बिजली बोर्ड प्रबंधन ने B.O.D की मीटिंग में बिजली बोर्ड की जेनरेशन विंग में युक्तिकरण के नाम पर बहुत सारे पदों को समाप्त करने का निर्णय लिया है, और आने वाले समय में ऐसे प्रयोग बिजली बोर्ड की अन्य विंग में भी करने जा रहा है इससे बिजली बोर्ड की कार्यप्रणाली पर बहुत बुरा असर पड़ेगा । बोर्ड प्रबंधन संगठन से वार्ता किए बिना एक तरफ फैसले ले रहा है जिससे बिजली बोर्ड प्रदेश की एक प्रयोगशाला बन कर रह गया है।
वास्तविकता यह है की 1990 के दशक के बाद विद्युत बोर्ड के आधारभूत ढांचा लगभग तीन गुना बढ़ातरी हुई है लेकिन कर्मचारियों की संख्या जो कभी 43 हजार के आसपास हुआ करती थी वह वर्तमान में घटकर लगभग 13 हजार के करीब हो गई है। परिणाम स्वरूप फील्ड में कार्यरत कर्मचारियों पर कार्य का बोझ अत्यधिक है कर्मचारी सुबह से सायंकाल व साप्ताहिक अवकाश तथा राजपत्रित अवकाश में भी प्रदेश भर के 28 लाख बहुमूल्य उपभोक्ताओं को सुचारू एवं निर्विघ्न विद्युत आपूर्ति मुहैया करवाने में डटे हैं , बहुत से तकनीकी कर्मचारी दुर्घटनाओं का भी शिकार हो गए ।
फील्ड कर्मचारियों की भारी कमी के
बावजूद भी प्रबंधन विद्युत बोर्ड में अभी तक भर्ती करवाने में नाकाम रहा है उल्टा युक्तिकरण करके हजारों पदों को खत्म किया जा रहा है ।
श्री कपटा ने कहा की प्रबंधक वर्ग बोर्ड की वित्तीय स्थिति का हवाला देकर एकतरफा ही पदों को समाप्त करने की जुगत में है बिजली बोर्ड को सालों साल घाटे के लिए कर्मचारी जिम्मेवार नहीं है,
निर्माणाधीन परियोजनाओं का समय पर पूरा ना होना,
स्टोर में सालों से पड़ा अनावश्यक और गैर-जरूरी सामान , नीतिकारों की नीतियां ,
कुप्रबंधन
बिजली बोर्ड की आर्थिकी को घाटे में लेकर जाने के मुख्य कारक है।
तकनीकी कर्मचारी जो दिन रात फील्ड में मेहनत करके बिजली बोर्ड की आय के स्त्रोत को बढ़ा रहा है, उनमें कटौती करके बोर्ड को लाभ की स्थिति में नहीं पहुंचाया जा सकता है।
फील्ड कर्मचारियों के साथ हमेशा ही भेदभाव की स्थिति बनती रही है , रेगुलेटरी की गाइड लाइंस को भी दरकिनार करके निचले स्तर पर टी मैट, ALM , लाइनमैन, फोरमैन, JE भर्ती न करके अनावश्यक पोस्ट क्रिएट करके अफसरों को बढ़ाया गया जिसके कारण फील्ड कर्मचारियों की भारी कमी हुई ।
आज एक बार फिर उसी को दोहराया जा रहा है युक्तिकरण का जिम्मा जिन अफसरों को दिया गया है वो अपना बचाव कर रहे है और प्रबंधन को गलत जानकारी भेज रहे है अगर ऐसा होता है तो सरकार जिस उद्देश्य से युक्तिकरण कर रही है वो पूरा नहीं होगा इस संबंध में संघ द्वारा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री , बोर्ड प्रबंधन को पत्र भेज दिया गया है ।
इसके साथ ही उन्होंने कहा की अगर तकनीकी कर्मचारीयों के किसी भी श्रेणी पदों को कम किया जाता है तो उनकी सेवा शर्ते प्रभावित होगी, प्रदेश में बिजली व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं चल पाएगी ।
ऐसा करने की चेष्टा की गई तो संघ कर्मचारी और पेंशनर की संयुक्त आपात बैठक बुलाकर आगामी रणनीति तैयार करेगा।




