
शिक्षा विभाग द्वारा विगत वर्ष से शिक्षकों को विदेशी भ्रमण पर ले जाया जा रहा हैं और इस वर्ष शिक्षकों के साथ विद्यार्थी भी इस विदेशी भ्रमण का हिस्सा बनेंगे। परंतु विभाग द्वारा इस भ्रमण हेतु बार बार जिस प्रकार से पात्रता की शर्तों को बदला जा रहा हैं वह विवाद का विषय बनता जा रहा है। वर्तमान में जबकि अधिकतर चयनित शिक्षकों ने इस भ्रमण हेतु पासपोर्ट तथा सभी जरूरी कागजात भी निदेशालय तक पहुंचा दिए हैं अब अचानक से नई पात्रता की शर्तों को जोड़ा जाना समझ से परे हैं ।

साथ ही नई पात्रता शर्तों में ट्राइबल तथा हार्ड एरिया के पांच अर्थात 25% अंक देना उन शिक्षकों के साथ अन्याय होगा जिन्होंने सामान्य क्षेत्रों में असाधारण कार्य किए तथा बेहतर परीक्षा परिणाम दिए साथ ही जो पात्र शिक्षक पूरे दस्तावेज़ जमा करवा चुके हैं उन्हें भी सारी प्रक्रिया से दोबारा गुजरना होगा। इसके अतिरिक्त आज से शीतकालीन विद्यालयों के साथ ग्रीष्मकालीन विद्यालयों में भी अवकाश हो गए हैं इन हालात में पांच दिनों में सभी दस्तावेज एकत्र करना तथा प्रार्थना पत्र जमा करवा पाना संभव नहीं।
इस विषय पर विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि निसंदेह वर्तमान सरकार की शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को विदेशी भ्रमण पर ले जाने की योजना अत्यंत सराहनीय हैं परंतु केवल उच्च शिक्षा विभाग द्वारा बार बार पात्रता की शर्तों को बदला जाना संशय पैदा कर रहा हैं साथ ही यदि यह अनिवार्य हैं तो भी नई पात्रता शर्तों को अधिक तर्कसंगत बनाया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक पात्र शिक्षकों को इसका लाभ मिल सके तथा निवेदन हेतु कम से कम 10 दिनों का समय दिया जाना चाहिए।



