संतुलित पोषाहार के साथ साथ व्यायाम व योगाभ्यास जरूरी

आज दिनांक 16/9/2021 को बाल विकास परियोजना शिमला शहरी द्वारा पोषण माह के अंतर्गत, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं व अन्य लाभार्थियों हेतु जिला आयुर्वेद अधिकारी कार्यालय के सहयोग से योगाभ्यास का आयोजन किया गया । संतुलित पोषाहार के साथ साथ व्यायाम व योगाभ्यास दवारा शरीर व मन को स्वस्थ रखना भी अति आवश्यक है इस योगाभ्यास शिविर में आयुर्वेद विभाग से आए डॉ० निरंजन शर्मा द्वारा योगाभ्यास बारे महत्वपूर्ण जानकारी दी गई व योगा प्रोटोकॉल के तहत आसन करवाए गए, जिनमे मुख्यतः वृक्षासन, त्रिकोणासन, अर्धचक्रासन (Covld मरीजों के लिए अति महत्वपूर्ण), वज्रासन, भुजंगासन, भद्रासन आदि व प्राणायाम (कपालभाति, अनुलोम विलोम, शीतली प्राणायाम) करना सिखाया गया। शिविर में भाग लेने वाली महिलाओं व अन्य व्यक्तियों ने अपनी अलग अलग बीमारियों के बारे में बताया जिस पर डॉक्टर श्री निरंजन शर्मा दद्वारा बताया गया कि किस तरह हम सही तरीके से अलग अलग योगासनों व प्राणायाम के माध्यम से विभिन्न रोगों को ठीक कर सकते हैं ।
श्रीमती ममता पॉल ने बताया कि स्वस्थ जीवन के लिए सही पोषण के साथ २ व्यायाम और योगासन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, अतः योगासन को हमें अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाना चाहिए, उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को योगासनों और प्राणायाम को अपने लाभार्थियों और बच्चों को भी सिखाना है ।
इस योग अभ्यास शिविर का आयोजन सुबह 10.00 से 11.00 बजे तक तिब्बतियन स्कूल छोटा शिमला में व् 11.30 से 12.30 बजे तक विवेकानंद केंद्र नाभा में करवाया गया, जिसमें स्थानीय पार्षद श्रीमती विदुषी शर्मा माननीय पार्षद (छोटा शिमला वार्ड) व श्रीमती किमी सूद माननीय पार्षद (बैनमोर वार्ड) उपस्थित रहीं। नाभा में आयोजित

योगाभ्यास में जगजीत बग्गा माननीय पार्षद (फागली वार्ड) विवेकानंद केंद्र नाभा की प्रभारी श्रीमती कल्पना मेहता ने योगाभ्यास शिविर में भाग लिया, इसके अलावा पर्यवेक्षक श्रीमती कमला रोटा, श्रीमती सुशीला कुमारी, श्रीमती नर्वदा शर्मा, पोषण स्टाफ व् लगभग 160 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं व अन्य महिलाओं व बच्चों ने भाग लिया ।




