*हिमाचल के टीचर्स कंपीटेंसी फ्रेमवर्क पर चंडीगढ़ में मंथन*
छह दिवसीय कार्यशाला में कंपीटेंसी फ्रेमवर्क को दिया जा रहा अंतिम रूप*

*शिमला*
स्कूलों में गुणात्मक शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए समग्र शिक्षा टीचर्स कंपीटेंसी फ्रेमवर्क (TCF) तैयार कर रहा है। इसमें शिक्षकों की उन क्षमताओं को रेखांकित किया जाएगा जाएगा जोकि स्कूली बच्चों को समग्र व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में सहायक सिद्ध हो सकती हैं। टीचर्स कंपीटेंसी फ्रेमवर्क को अंतिम रूप देने के लिए एक कार्यशाला नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर्स ट्रैनिंग एंड रिसर्च (NITTTR-National Institute of technical teacher training and Research at Chandigarh.
)चंडीगढ़ में आरंभ हो गई है। 10 अगस्त तक चलने वाली इस कार्यशाला का आयोजन समग्र शिक्षा (STARS), हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का इंटर डिसिप्लिनरी स्टडीज डिपार्टमेंट और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर्स ट्रैनिंग एंड रिसर्च (NITTTR )चंडीगढ़ संयुक्त तौर पर कर रहा है।
इस कार्यशाला में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले प्रदेश के प्रिंसिपल, लेक्चरर, मुख्याध्यापक, टीजीटी, जेबीटी वर्ग के 20 शिक्षक, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के करीब 20 शोधार्थी सहित 57 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है। इस कार्यशाला में हिमाचल के टीचर्स कंपीटेंसी फ्रेमवर्क (TCF) को अंतिम रूप दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि नई शिक्षा नीति-2020 के तहत देश में गुणात्मक स्कूली शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए नेशनल प्रोफेशनल स्टैंर्ड फॉर टीचर्स ( NPST) बनाए गए हैं। इनको ध्यान में रखकर ही हिमाचल अपने शिक्षकों के लिए कंपीटेंसी फ्रेमवर्क तैयार किया जा रहा है। इसमें शिक्षकों के कम्युनिकेशन स्किल्स, सब्जेक्ट नॉलेज, शिक्षक और बच्चों के संबध, आधुनिक शिक्षण पद्धति, आर्ट एंड स्पोर्ट्स इंटीग्रेशन जैसे कई अहम विषयों को समाहित किया जाएगा। यह फ्रेमवर्क शिक्षण पेशे की गुणवत्ता सुनिश्चित करेगा। इसका मकसद शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण पद्धति से अवगत कराना है ताकि छात्रों का लर्निंग लेवल बढ़ाया जा सके।
इस कार्यशाला में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर्स ट्रैनिंग एंड रिसर्च (NITTTR) और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के फैकल्टी मेंबर्स के अलावा चंडीगढ़, दिल्ली, बिहार एससीईआरटी के शिक्षाविद बतौर रिसोर्स पर्सन्स हिस्सा ले रहे हैं।



