EXCLUSIVE: नशा निवारण केंद्रों में मरीज़ों के इलाज पर बड़ा खुलासा, मरीज़ों के साथ मारपीट
शिमला के केंद्रों पर हुई छापेमारी के बाद चार केंद्र हुए बंद

भाग एक
जब आपका कोई नज़दीकी नशे के लत से निजाद चाहता है और उसे इलाज के नाम पर उस केंद्र में बहुत मारा जा रहा हो तो उसके माता पिता पर क्या बीतेगी।
एसा ही हो रहा था शिमला के कुछ नशा निवारण केंद्रों में।
असर न्यूज़ ने इस बाबत निरीक्षण में मोके पर गये टीम के एक अहम सदस्यों से बातचीत की । सामने आया कि शिमला में चौदह नशा निवारण केंद्र चल रहे थे जिनका निरीक्षण किया गया लेकिन
सच देखकर आप भी चौंक जाएँगे जब इन्मे से कुछ केंद्रों में इलाज के नाम पर उनके साथ मारपीट होती थी जो नियम के तहत नहीं की जा सकती थी। वो मरीज़ काफ़ी परेशान थे। उधर सफ़ाई भी सही नहीं थी।
जिन्होंने केंद्र खोल रखे थे उनमें कई मालिक पहले से नशे की गिरफ़्त में थे और बाद में उन्होने केंद्र खोल दिये।
“ये सच में किसी से हैरान कर देने से कम नहीं था की मरीज़ के शरीर पर मारपीट के बहुत गहरे निशान देखे गये थे।”
बताया जा रहा है कि जब कभी पहले निरीक्षण होते थे तो सामने आता था कि सब ठीक है सभी कुछ चकाचक है लेकिन जब मरीज़ों से अकेले में बातचीत हुई तो बहुत कुछ सामने आया इस पूरी जाँच में पूर्व सीएमओ शिमला डॉ सुरेखा ने काफ़ी अहम योगदान दिया है।
कई मरीज़ तो घर भी जाना नहीं चाहते थे क्योंकि परेशान परिवार वाले ये कहते थे की उनके लिए उनका बेटा मर चुका हे कई मरीज़ तो काफ़ी शिक्षित थे । और कुछ हिमाचल से बाहर के रहने वाले थे ।
सभी चौदह निजी केंद्रों में कुछ न कुछ ख़ामिया थी लेकिन चार की हालत बदतर थी जिसे तुरत बंद कर दिया गया
बॉक्स
ये पाई ख़ामिया
नशा निवारण केंद्रों में ज़रूरी दवायें इधर उधर बिखरी पड़ी थी
बिना मनोचिकित्सक ये केंद्र चल रहे थे।
स्टाफ़ पूरा नहीं था
परिवार वालों से खूब पैसा बटोरा गया।
The common irregularities are as follows: –
- Sanitation and hygiene not adequate.
- Medical prescriptions records were not available which includes case sheet admission, treatments notes etc,
Mishandling of Psychotropic drugs. in few institutions. - Food License and Drug License were neither displayed nor produced at the time of visit.
- Few caters were found were inmate/patients/victims of drug abuse were force to do the daily chores for which they were neither paved nor were made to meet the family members.
- Staff nurse or Pharmacist was not present at the facility around the clock.
जिला द्वारा बताई गई कई कमियों के संबंध में एचपी राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण (एचपी एसएमएचए) द्वारा सभी केंद्रों को नोटिस जारी किए गए । निरीक्षण दल नोटिस जारी होने के बाद भी सेवाओं के न्यूनतम मानकों की अनुपलब्धता को देखते हुए केंद्रों का पंजीकरण रद्द कर दिया गया था, जबकि इन केंद्रों को इसके आधार पर बंद कर दिया गया ।



