
सपना की घर की परिस्थिति इतनी बेहतर नहीं है कि वह आगे पढ़ पाए। 21 वर्षीय सपना अपने भाई के पास शिमला घूमने तो आई थी लेकिन अपने भाई को शिमला में मज़दूरी करते देख वो भी यहाँ मज़दूरी करके कुछ पैसे कमाकर घर ले जाना चाहती है। सपना सड़क पर डंगा देने का काम कर रही है।
जिससे वह अपने घर में बूढ़े माता पिता की सहायता कर सके। “असर न्यूज़ “ने इस बाबत सपना से बातचीत की। सपना ने बताया कि वह शिमला के उपनगर टूटू में काम कर रही है। वह आगे पढ़ना चाहती है। वह नर्स बनना चाहती है।यदि उसकी मदद कोई करता है तो वह आगे पढ़ाई करके एक बेहतर क्षेत्र में रोज़गार ले सकती है।
वह गरीब परिवार से संबंध रखती है। उसने अपने माता पिता से आगे पढ़ने का आग्रह किया था।लेकिन पैसो की तंगी से आकर उन्होंने साफ़ इंकार कर दिया।
बहरहाल हिमाचल शिक्षा महकमा हिमाचल में मज़दूरी करने वाले बच्चो के लिए काफ़ी मददगार साबित रहता है उम्मीद है कि सपना की आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए उसकी सहायता की जा पाएगी। सपना कहती है कि उसने ग्रेजुएशन भी बड़ी मुश्किल से झारखंड में की है। लेकिन अब आगे पढ़ना मुश्किल है।

