EXCLUSIVE: झटका: बुजुर्गों के सभी डे केयर सेंटर बंद,15 लाख की ग्रांट रुकी
सीएम के समक्ष उठाया जाएगा मुद्दा

हिमाचल में बुजुर्गों की देखभाल के लिए खोले गए डे केयर सेंटर की ग्रांट पर फिर से एनएचएम ने ठेंगा दिखा दिया है। क़रीब पंद्रह लाख रुपये की ग्रांट डे केयर सेंटर को अभी तक नसीब नहीं हो पाई है । हैरानी है कि अभी तक संबंधित अधिकारियों द्वारा कई बार एनएचएम को पत्र लिखे गये है पर लेकिन न तो कोई जवाब एनएचएम की ओर से जवाब आया और न ही 15 लाख की ग्रांट NHM जारी कर पाया है।
जानकारी के मुताबिक बीते वर्ष से नेशनल हेल्थ मिशन की ओर से कोई भी राशि बुजुर्गों की देखभाल के लिए खोले गए डे केयर सेंटर के लिए नहीं आई है। जानकारी है कि हेल्प एज इंडिया की ओर से हिमाचल में लगभग 5 डे केयर सेंटर सक्रिय है लेकिन हैरानी है कि बुजुर्गों के लिए खोले गए अहम केंद्रों की ग्रांट को ही बंद कर दिया गया है । इसे लेकर सीएम के समक्ष भी बात रखी जानी है।
गौर हो की हेल्प इंडिया के माध्यम से बुजुर्गों की देखभाल को लेकर विभिन्न कार्यक्रम में चलाए जाते हैं जिसमें हिमाचल में भी कई कार्यक्रम में सक्रिय रहे हैं लेकिन हैरानी है कि एनएचएम की ओर से डे केयर सेंटर की ग्रांट को ही एनएचएम ने बंद कर दिया। अब बुजुर्गों को इसे लेकर बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है एक तरफ जहां एक केंद्र ऐसा था जिसमें बुजुर्ग आपस में मिलजुल कर अपना समय व्यतीत कर रहे थे लेकिन अब सेंटर सक्रिय नहीं होने से बुजुर्ग भी इन केंद्रों में नहीं आ रहे है।
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क्या होते है डे केयर सेंटर
बुजुर्गों की देखभाल के लिए डे केयर सेंटर खोले गए थे। इसमें एक फिजियोथैरेपिस्ट रहता था और बुजुर्गों के मनोरंजन के लिए कुछ साधन भी डेकेयर सेंटर में रखे जाते हैं। स्वास्थ्य और अन्य सुविधाएं इन डे केयर सेंटर में बुजुर्गों को मिलती है।
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ये मिलता था पैसा
प्रति डे केयर सेंटर को एनएचएम की ओर से प्रति माह 40 से ₹50000 की सहायता राशि दी जाती थी। लेकिन अब उसने एक भी पैसा नसीब नहीं हो पा रहा है।
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क्या कह रहे हेल्प एज इंडिया के डायरेक्टर
हेल्प एज इंडिया के डायरेक्टर डॉ राजेश का कहना है कि यह मामला प्रदेश मुख्यमंत्री के समक्ष ध्यान में फिर से लाया जाएगा। उम्मीद है कि जल्द ही इस पर आगामी कार्रवाई होगी और हिमाचल के बंद डे केयर सेंटर की रुकी ग्रांट जल्द जारी हो सकेगी।लगभग पंद्रह लाख की ग्रांट रुकी है।



