व्यावसायिक विषयों की बारीकियों पर हुआ गहन विश्लेषण
प्रदेश के लगभग सभी जिलों से 65 प्रतिभागीयों ने टूरिज्म, टेलीकॉम, बैंकिंग,हेल्थकेयर सेक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स और ब्युटि-वेल्ल्नेस्स जैसे विभिन्न विषय से संबधित पाठ्यपुस्तकों को इन सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में विकसित किया

व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्रों के लिए पाठ्यपुस्तकों के रचना पर केंद्रित सातदिवसीय कार्यशाला आज संपन्न हुई। यह कार्यशाला पिछले सोमवार 15जनवरी से शिमला के कृषि सहकारी कर्मचारी प्रशिक्षण संस्थान, सांगटी में किया गया था।
राज्य परियोजना निदेशक श्री राजेश शर्मा (आईएफएस) के मार्गदर्शन में, समग्र शिक्षा हिमाचल प्रदेश तथा STARS परियोजना के संयुक्त तत्वाधान में इस कार्यशाला का आयोजित किया गया था। इस कायशाला के मुख्य समन्वयक दिनेश स्टेटा (नोडल अधिकारी- व्यावसायिक शिक्षा), दिवेश नेगी,श्रीमती अदिति शर्मा व समग्र शिक्षा से जुड़े अन्य व्यावसायिक एजेंसियाँ भी शामिल थे। STARS प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट IPEGlobal Ltd से सुनील वर्मा और लैंड ए हैंड इंडिया से श्रीमती छियानी लाल ने फैसिलिटेटर की भूमिकानिभाई।
प्रदेश के लगभग सभी जिलों से 65 प्रतिभागीयों ने टूरिज्म, टेलीकॉम, बैंकिंग,हेल्थकेयर सेक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स और ब्युटि-वेल्ल्नेस्स जैसे विभिन्न विषय से संबधित पाठ्यपुस्तकों को इन सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में विकसित किया। कार्यशाला के दौरान विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े अन्य अनुभवी प्रशिक्षकों सहित विशेषज्ञों ने भी अपनी विशेषज्ञता का योगदान व सहयोग प्रदान किया।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए , राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा (आईएफएस) ने कहा की STARS परियोजना के उन्तर्गत इस कार्यशाला को करवाने का मूल उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में NSQF परियोजना के अंतर्गत पाठ्यपुस्तकों को विकसित करना है जोकि अभी किसी भी राज्य में उपलव्ध नहीं है और डिजाइन की गई पाठ्यपुस्तकों को पंडित सुंदरलाल शर्मा केंद्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान (PSSCIVE), भोपाल द्वारा पहले बारीकी से जांचा जाएगा और उसके पश्चात राज्य भर के व्यावसायिक स्कूलों में भेजा जाएगा।
उन्होने यह भी कहा की यह प्रदेश के लिए बढ़ी उपलब्धि होगी और आने वाले समय में अवसर मिलने से माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से आधिकारिक तौर पर पुस्तकों का लॉन्च करने का अनुरोध करेंगे। अंत में उन्होने सभी प्रतिभागियों और विशेषज्ञों को उनके योगदान और कार्यशाला को उपयोगी बनाने के लिए आभार व्यक्त किया।



