EXCLUSIVE: अलर्ट हार्ट : इस साल 22 के धड़कते दिल रुके, हुई मौत
आईसीएमआर की वार्षिक रिपोर्ट का खुलासा, 22 लोगों की हार्ट अटैक से मौत, पुरुषों की संख्या ज्यादा
आइए अपना दिल बचाएं : भाग एक
असर न्यूज द्वारा दिल को स्वस्थ रखने को लेकर एक मुहिम शुरू की गई है । जिसमें आपको बीमार दिल और उसे स्वस्थ करने को लेकर जानकारी दी जाएगी।
हर वीरवार को पढ़िए असर न्यूज पर “अलर्ट हार्ट”
अपने स्वास्थ्य को लेकर आप सतर्क हो जाइए। इस वर्ष 22 लोगों की मौत हार्ट अटैक से हो गई है। जिसमें 15 का आंकड़ा पुरषों का है और इसमें 7 महिलाएं भी शामिल है। गौर हो कि ये जिला शिमला का है।
गौर हो कि आईसीएमआर यानी कि इंडियन काउंसिल मेडिकल रिसर्च को लेकर इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के कार्डियोलॉजी विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर पीसी नेगी के अंतर्गत जिला शिमला में चल रहे एक अहम प्रोजेक्ट की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।

जिसमें सामने आया है कि इस वर्ष अभी तक पुरुषों और महिलाओं को मिलाकर 222 लोगों को हार्ट अटैक हुआ है।जिसमे 179 पुरुष और 43 महिलाओं को दिल का दौरा पड़ा।
जिसका रिकॉर्ड आईसीएमआर की रिपोर्ट में दर्ज किया गया है।
हालांकि रिपोर्ट यह बताती है कि इसमें मरीज को वह इंजेक्शन भी लगाया गया जिससे हार्ट अटैक होने के बाद मरीज की जान बच जाती है लेकिन उसमें भी कुछ लोगों की जान नहीं बच पाई।
रिपोर्ट के मुताबिक कुल 160 लोगों को हार्ट अटैक के दौरान लगने वाला इंजेक्शन लगाया गया। जिससे मरीज की जान बच सकती है । लेकिन उसमें भी 15 लोगों की जान नहीं बच पाई।
ये भी सामने नहीं आया है कि पेरीफरी (सीएचसी, पीएचसी, सिविल , ब्लॉक हॉस्पिटल )में 109 लोगों को जीवन बचाने वाला वह इंजेक्शन लगाया गया जो हार्ट अटैक के दौरान लगाया जाता है। वही आईजीएमसी की बात करें तो यहां पर 51 लोगों को उक्त इंजेक्शन को लगाया गया।
कुल मिलाकर देखा जाय तो यदि समय पर अस्पताल आए तो आपकी जान को बचाया जा सकता है
दिल का दौरा, तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों के एक हिस्से को पर्याप्त रक्त नहीं मिलता है।रक्त के प्रवाह को बहाल करने के लिए उपचार के बिना हृदय की मांसपेशी जितनी अधिक समय तक चलती है, उतनी ही अधिक क्षति होती है।कोरोनरी धमनी रोग (सीएडी) दिल के दौरे का सामान्य कारण है। कोरोनरी धमनी का अचानक संकुचन, जो हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति में कटौती कर सकता है, यह भी दिल का दौरा पड़ने का एक कारण है,।
दिल के दौरे के लक्षण
> सीने में दर्द जो जकड़न, दबाव, दर्द, दर्द या ऐंठन जैसा महसूस हो सकता है।
>दर्द या बेचैनी जो हाथ, कंधे, गर्दन, पिछले जबड़े और दांतों तक फैलती है
> सांस की तकलीफ
> चक्कर
>अचानक चक्कर आना
> मतली
> थकान
> ठंडा पसीना
महिलाओं को संक्षिप्त या तीव्र गर्दन, पीठ या बांह की परेशानी जैसे असामान्य लक्षणों का अनुभव हो सकता है।
क्या करें और क्या नहीं
क्या करे
रोगी को बैठना चाहिए, आराम करना चाहिए और शांत रहने की कोशिश करनी चाहिए।
किसी भी तंग कपड़े को ढीला करें।
सीने पर दबाव जिससे रोगी का रक्त प्रवाहित होता रहे
क्या न करें
रोगी को अकेला छोड़ दें
यह देखने के लिए प्रतीक्षा करें कि क्या लक्षण दूर हो जाते हैं
ड्राइव करें या सार्वजनिक परिवहन से अस्पताल ले
रहें सतर्क
जब भी किसी को अचानक सीने में दर्द हो, साँस फूलें, ठंडा पसीना आए, बहुत कमजोरी महसूस हो. उलटी हो, अंधेरापन छाए। यह दिल के दौरे की लक्षण हो सकते हैं. एसी अवस्था में बिना समय बर्बाद किए तुरंत इस की जानकारी इस गरुप में साँजा करे. हम सब आपकी उपचार में हर सम्भव सहायता करने की कोशिश करेंगे
डॉक्टर पी सी नेगी
विभाग अध्यक्ष ,कार्डियोलॉजी विभाग अध्यक्ष


