इस वजह से शिक्षकों ने हिमाचल के सभी स्कूलों में भूगोल विषय आनिवार्य करने की जरुरत बताई
ज्योग्राफिकल सोसाइटी ऑफ हिमाचल प्रदेश ने शिमला में मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में प्रदेश में आई भयंकर त्रासदी के लिए एक लाख बयासी हजार आठ सो ग्यारह (1,82,811/-) रुपए की राशि अंशदान के रूप में हिमाचल प्रदेश सरकार के माननीय मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जी को एक चेक के माध्यम से प्रदान की गई l जिसमें सोसाइटी के अध्यक्ष प्रोफेसर डी.डी.शर्मा , उपाध्यक्ष डॉ. मदन मनकोटिया, भूगोल विभाग हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अध्यक्ष व सोसाइटी के सचिव डॉ. बी. आर. ठाकुर, भूगोल विभाग से डॉ. रामलाल, व डॉ. सीमा चौधरी, आर. के. एम. बी. महाविद्यालय शिमला से डॉ अरविंद व शोध छात्रों में डा. पुरण चन्द , खूब राम पाठक, नैना सांभर मौजूद रहे l
इस अंशदान को इकट्ठा करने में सोसाइटी के हिमाचल व हिमाचल से बाहर के काफी लोगों ने सहयोग किया, जिसमें हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के सभी प्रोफेसर व छात्र तथा हिमाचल के विभिन्न कॉलेजों से सहायक आचार्य सदस्य, हिमाचल प्रदेश के सभी राजकीय वरिष्ठ विद्यालयों जहां पर भूगोल विषय पढ़ाया जा रहा है वहां के स्कूल प्रवक्ताओं द्वारा व साथ ही हिमाचल के बाहर के राज्य जिसमें चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय व हरियाणा के विभिन्न कॉलेजों से सदस्य साथीयों ने व हिमाचल के पूर्व रिटायर्ड प्रोफेसरों में हमीरपुर से प्रोफेसर पी. डी. भारद्वाज, चम्बा से प्रोफेसर बी. एस. माड़ व बहुत से अन्य सहयोगी सदस्यों ने सहयोग व साथ दिया l
सभी का मानना है कि इस विकट त्रासदी में प्रदेश का बहुत भारी नुकसान हुआ है बहुत से लोगों ने अपनी जान गवाई है, बहुत से लोग बेघर हो गए हैं, और सरकारी मूलभूत ढांचे का भी बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है, सरकार व सरकार के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू जी के नेतृत्व में इस आपदा और त्रासदी का कुशल प्रबंधन हो रहा है, इस विकट घड़ी में सरकार के साथ सोसाइटी अंशदान के रूप में अपना सहयोग करना चाहती है l ताकि जल्द से जल्द जरूरतमंद लोगों को राहत प्रदान की जा सके l
इस मुलाकात में मुख्य तौर पर सोसाइटी ने माननीय मुख्यमंत्री जी को याद दिलाया कि जब माननीय मुख्यमंत्री विपक्ष में नेता थे तब आपने भूगोल विषय के महत्व को समझते हुए अपने ऑफिशियल पेड पर प्रस्ताव के माध्यम से इस बात को पुर जोर देकर कहा था कि भूगोल जैसे महत्वपूर्ण विषय को देश के सभी सरकारी स्कूलों में व महाविद्यालयों में अनिवार्य रूप से शुरू किया जाना चाहिए, जो कि सोसाइटी की मांग प्रतिलिपि के पृष्ठ संख्या 22 पर आदरणीय सुखविंदर सिंह सुक्खू जी का प्रस्ताव उनको दिखाया गया l साथ में यह आग्रह भी किया गया की इस त्रासदी में हिमाचल की भौगोलिक स्थिति को समझना वह नदी तट के रास्तों पर घरों के निर्माण को रोकना, अत्यधिक ढाल पर घरों का निर्माण न करना आदि व इस तरह की नीति में भी भूगोल विषय विद्यालय व महाविद्यालयों में में शुरू करना अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसे एक तरफ लोगों में हिमाचल के भौगोलिक पृष्ठभूमि की संवेदनशीलता बढ़ेगी, दूसरी और भूगोल के पात्र शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार की संभावना भी मिलेगी l
इसके बाद माननीय मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार आदरणीय सुखविंदर सिंह सुक्खू जी ने कहा कि मैं इस विषय से भली भांति अवगत हूं इसमें कोई संदेह नहीं है की भूगोल एक महत्वपूर्ण विषय है और हिमाचल के संदर्भ में अब इसकी प्रासंगिकता और बढ़ गई है मुख्यमंत्री जी ने यह विशेषतौर पर कहा हिमाचल प्रदेश में वरिष्ठ विद्यालयों व महाविद्यालयों में जितने भी रिक्त पद हैं उनका ब्यौरा जल्द से जल्द उपलब्ध करवाया जाए ताकि इस विषय पर आगामी सकारात्मक कार्य जल्द किया जा सके l
यह जानकारी हिमाचल प्रदेश ज्योग्राफिकल सोसाइटी के प्रदेश प्रेस सचिव धीरज सिंह ठाकुर प्रवक्ता राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चम्बा ने दी l




