दुखद: बिजली बोर्ड से संबंधित 50000 परिवारों का गुजारा बसर मुश्किल

हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड कर्मचारी यूनियन की आम बैठक यूनियन के प्रदेश कार्यालय शिमला में प्रदेश के उपाध्यक्ष जय कृष्ण शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई।। इस बैठक में शिमला की नजदीकी इकाइयों के सभी पदाधिकारी ने भाग लिया जिसमें सिटी यूनिट के अध्यक्ष हरिदास जी व सचिव लोभा विशिष्ट जी, कमल जी , राजेश व इकाई संक्या 2 के प्रधान प्रदीप हांडा जी सचिव हेमराज जी , जितेंद्र , सचिन व अन्य सभी पदाधिकारियों ने भाग लिया।।
सिटी यूनिट के प्रधान हरिदास ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि 10 अगस्त को हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड कर्मचारी यूनियन की प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा बोर्ड मुख्यालय में भोजन अवकाश के दौरान जो धरना प्रदर्शन रखा गया है उसमें शिमला की नजदीकी सभी यूनिटों के सदस्य वहां पर एकत्रित होंगे।।
प्रदेश के उपाध्यक्ष जय कृष्ण शर्मा ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि प्रदेश की अफसरशाही मुख्यमंत्री को बिजली बोर्ड की पेंशन बहाल करने के लिए गुमराह कर रही है हिमाचल में प्रदेश सरकार का यह राजनीतिक फैसला था और बार-बार विभिन्न मंचों से माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद भी इसको ना लागू करना यह एक सोची समझी साजिश के तहत माननीय मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है।।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड प्रबंधन द्वारा बिजली बोर्ड के विघटन को लेकर कार्य किया जा रहा है जिसे यूनियन बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी क्योंकि यदि बिजली बोर्ड का विघटन होता है तो बिजली बोर्ड से संबंधित 50000 परिवारों का गुजारा बसर मुश्किल होगा साथ ही हिमाचल प्रदेश के उपभोक्ताओं पर भी इसका असर पड़ेगा जिससे कि प्रदेश के उपभोक्ताओं को महंगी दरों पर बिजली उपलब्ध होगी।।
इस बैठक में सभी पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार से मांग की है बिजली बोर्ड में तत्काल प्रभाव से पुरानी पेंशन बहाल की जाए व बिजली बोर्ड के विघटन को रोका जाए व बिजली बोर्ड में नियमित प्रबंधक निदेशक लगाया जाए।।




