देश के टॉप 100 विश्वविद्यालयों में स्थान बरकरार रखते हुए शूलिनी यूनिवर्सिटी ने हैट्रिक बनाई

हिमाचल प्रदेश स्थित रिसर्च केन्द्रित शूलिनी यूनिवर्सिटी ने केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा बनाए जाने वाले नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) के तहत लगातार तीसरे साल देश के टॉप 100 विश्वविद्यालयों में अपना स्थान बरकरार रखते हुए हैट्रिक बनाई है।
यह हिमाचल प्रदेश का एकमात्र विश्वविद्यालय है जो टॉप100 विश्वविद्यालयों की सूची में शामिल है जबकि देश में 73वां सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय है। पिछले साल यह देश में 96वें स्थान पर था। भारत में 1200 से अधिक विश्वविद्यालय और 40,000 कॉलेज हैं।
शूलिनी यूनिवर्सिटी ने हिमाचल प्रदेश में भी अपना पहला स्थान बरकरार रखा है। साथ ही राज्य में फार्मेसी में टॉप रैंक बरकरार रखा है, जिसमें देश भर में 41वां रैंक प्राप्त किया है।
यूनिवर्सिटी को मैनेजमेंट कैटेगरी में 101-125 बैंड में रखा गया है जबकि हिमाचल में 2 रैंक मिला है। इसी तरह इसे इंजीनियरिंग कैटेगरी में 101-150 में रखा गया है जो इसे हिमाचल में 2 रैंक मिला है।
शूलिनी यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रोफेसर पी.के. खोसला ने कहा कि यह गर्व की बात है कि लगातार तीसरे वर्ष शूलिनी यूनिवर्सिटी को देश की टॉप 100 यूनिवर्सिटीज में रैंकिंग मिली है। उन्होंने कहा कि शूलिनी यूनिवर्सिटी ने न केवल धारणा के लिए अंकों में कम अंक प्राप्त किए जबकि उसको हर पैमाने पर सर्वश्रेष्ठ माना गया है। उन्होंने कहा कि यह मानदंड, जो योग्यता आधारित नहीं है, ने इसकी रैंकिंग को नीचे खींच लिया है, नहीं तो शूलिनी यूनिवर्सिटी टॉप 50 में शामिल होती।
इस शानदार उपलब्धि के लिए फैकेल्टी और स्टूडेंट्स को बधाई देते हुए, प्रो चांसलर श्री विशाल आनंद ने कहा कि यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है और यह “विश्व स्तरीय शिक्षा और अनुसंधान के प्रति हमारे निरंतर प्रयासों को प्रमाणित करता है।
वाइस चांसलर प्रोफेसर अतुल खोसला ने कहा कि लगातार तीसरे वर्ष टॉप 100 में शामिल होना इस नई और यंग यूनिवर्सिटी के लिए एक “बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि शूलिनी यूनिवर्सिटी का लक्ष्य देश के टॉप 50 यूनिवर्सिटीज में शामिल होना है। उन्होंने कहा कि “विभिन्न कैटेगरीज में शूलिनी यूनिवर्सिटी की लगातार अच्छी रैंकिंग इसे विश्वस्तरीय यूनिवर्सिटी बनाने के लिए फैकेल्टी और स्टूडेंट्स की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”



